PATNA : CM ने झंडोत्तोलन कार्यक्रम में की थी घोषणा, पौने चार साल में भी नहीं बना सकरैचा पंचायत में हाई स्कूल और उप स्वास्थ्य केंद्र,
ग्रामीण वोट बहिष्कार का बना रहे मन
चुनाव सर पर देख ग्रामीणों ने उठायी सीएम की घोषणा पूरा कराने की मांग
फुलवारी शरीफ (अजीत कुमार)। पटना के फुलवारी शरीफ प्रखंड के सकरैचा पंचायत में 26 जनवरी 2017 को झंडोतोलन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो उप स्वास्थ्य केंद्र और हाई स्कूल निर्माण कराये जाने की घोषणा की थी, ल्ेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते आज तक एक ईंट भी नही लग पायी है, जिससे नाराज ग्रामीण अब वोट बहिष्कार का मन बना रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि सीएम नीतीश की घोषणा का करीब पौने चार साल होने जा रहा है पर उप स्वास्थ्य केंद्र निर्माण की नींव खोदकर गड्ढे का निर्माण कार्य आज तक अधूरा छोड़ा हुआ है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सीएम की घोषणा के बाद लोगों को इस इलाके में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होने की जो आस जगी थी, वह आज भी पूरा होता नहींं दिखाई दे रहा है। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री ने यहां हाई स्कूल के निर्माण की भी घोषणा की थी, उसका भी र्निमाण अभी तक लंबित है। ग्रामीणों की मानें तो हाई स्कूल के लिए जमीन तक उपलब्ध कराने का पेंच भी नहीं सुलझ पाया है। हाई स्कूल के लिए जमीन संबंधित रिपोर्ट कर्मचारी ने दे दिया है, लेकिन मामला पेंडिंग में चला गया।
सकरैचा पंचायत मुखिया संतोष कुमार सिंह, उप मुखिया प्रकाश रंजन ने भी स्वीकार किया कि मुख्यमंत्री के द्वारा किया गया उप स्वास्थ्य केंद्र एवं हाई स्कूल का निर्माण कार्य पूरा नहींं होने से पंचायत के लोगों में नाराजगी है। लोगों का कहना है कि फुलवारी प्रखंड में सकरैचा पहला पंचायत है, जिसे ओडीएफ घोषित किया गया। इतना ही नही यहां सड़क, बिजली, हर घर नल का जल की पूरी सुविधा तेजी से उपलब्ध हो रही है लेकिन शिक्षा और स्वास्थ्य की बदहाली में कोई सुधार नहीं हुआ है।
वहीं पंचायत के सकरैचा निवासी सुजीत कुमार, रौशनी देवी, दीना पासवान, पंकज पासवान, श्रवण सिंह, रजनीश सिंह, अजित सिंह, कल्लू सिंह, विजय ठाकुर, संजय ठाकुर, शिव मांझी, बिरजू चौधरी, सविता देवी, बिजेंद्र पाल, सुनील रविदास, मिथिलेश रविदास सहित अन्य बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के द्वारा उप स्वास्थ्य केंद्र और हाई स्कूल निर्माण की घोषणा पूरा नहीं होने में पूरी तरह से अधिकारियों की लापरवाही है। कई बार संंबंधित अधिकारियों का ध्यान इस ओर दिलाया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं होता देख अब चुनाव में लोग वोट बहिष्कार करने का मन बना रहे हैं।
बता दें कि वर्ष 2017 में झंडोतोलन के बाद सीएम ने यहां पंचायत सरकार भवन, हाई स्कूल, आंगनबाड़ी, उप स्वास्थ्य केंद्र, बैंक आदि खोले जाने का एलान किया था।