बिहार के स्वाभिमान पर हमला नहीं करेंगे बर्दाश्त : पप्पू यादव
अहमदाबाद/पटना। जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक सह मधेपुरा सांसद पप्पू यादव ने आज अहमदाबाद पहुंचने के बाद कहा किबिहारवासियों की सुरक्षा की जिम्मेवारी गुजरात सरकार की है। बिहार और उत्तर प्रदेश के कामगारों के खिलाफ हो रहे दुर्व्यवहार और मारपीट की घटनाएं चिंताजनक है। इसका असर गुजरात की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा। गुजरात की खुशहाली बिहार के मजदूरों के कारण है और उनकी सुरक्षा जरूरी है।
सांसद ने साबरकंठा जिले के हिम्मतनगर अंतर्गत डाबूई गाँव के पास ताड़पतरा में पीड़ित बच्ची के परिजनों से मिलने के बाद कहा कि गुजरात के हर सुख-दुख में बिहारी उनके साथ खड़े होते हैं। लेकिन गुजराती इस दर्द को भी भूल गये। दुष्कर्मी को फांसी दे देनी चाहिए। लेकिन उसके कुकर्मों की सजा बिहारियों को देना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि जहां बात दुष्कर्म पीडि़त बच्ची को न्याय दिलाने की होनी चाहिए थी, वहीं, आज इस पर क्षेत्रवाद की राजनीति हो रही है। इससे बच्ची को न्याय दिलाने की बात दब गई है। मेरा मानना है कि दुष्कर्म करने वालों को सरेआम फांसी दी जानी चाहिए, ताकि ऐेसे लोग अगली बार बेटियों को नजर उठाकर भी देखने का हिम्मत न करें। उन्होंने बच्ची के परिजनों को डेढ़ लाख की आर्थिक मदद भी की।
सांसद ने कहा कि 14 महीने की बच्ची के बलात्कार के बाद दो लाख से अधिक प्रवासियों को गुजरात छोड़ने पर मजबूर हुए। यह आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ है, जब इतने बड़े पैमाने पर लोगों को डर से भागने को मजबूर हुए है। गुजरात में देश के संघीय ढांचे पर हमला हुआ है। देश में भर में किसी न किसी बहाने बिहारियों पर हमले हो रहे हैं। यह खतरनाक प्रृवृत्ति है। इस पर राजनीति करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा किकानून से बड़ा कोई नहीं है। संविधान से बड़ा कोई नहीं है। बिहारियों के साथ हुए दुर्व्यवहार के लिए गुजरात सरकार को क्षमा मांगनी चाहिए और पीएम मोदी इस पर चुप क्यों हैं। यह समझ से परे है।
उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री की इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री ने तीन दिनों तक बिहारियों के खिलाफ स्थानीय लोगों को मारपीट और दुर्व्यहवार करने की छूट दे दी थी। बिहारियों को सुरक्षा देने में विफल मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए।