एलओसी पर पाकिस्तान ने की गोलीबारी, भारत का मुंहतोड़ जवाब, सेना का एक जवान शहीद

अखनूर। जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक बार फिर पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। शुक्रवार देर रात पाकिस्तान की ओर से अचानक गोलीबारी शुरू कर दी गई। भारतीय सेना ने इस उकसावे का करारा जवाब दिया, लेकिन इस दौरान भारतीय सेना का एक जवान वीरगति को प्राप्त हो गया। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी गई है और सेना ने सर्च ऑपरेशन भी तेज कर दिया है।
अखनूर के केरी भट्टल इलाके में फायरिंग
अखनूर के केरी भट्टल इलाके में शुक्रवार देर रात पाकिस्तान ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। फायरिंग काफी देर तक चली और इस दौरान एक जेसीओ (जूनियर कमीशंड ऑफिसर) शहीद हो गए। सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तानी ठिकानों को निशाना बनाया। इस गोलीबारी के पीछे सुरक्षाबलों को सीमा पार से आतंकियों की संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली थी, जिसके आधार पर भारतीय सेना पहले से सतर्क थी।
सीमा पर संदिग्ध गतिविधियों का इनपुट
सेना को पहले से इनपुट मिले थे कि कुछ आतंकवादी सीमा पार से भारत में घुसपैठ कर सकते हैं। इस आशंका के चलते सेना लगातार सतर्क थी और फायरिंग के दौरान भी सेना ने आक्रामक कार्रवाई की। फिलहाल सेना पूरे इलाके में गहन सर्च ऑपरेशन चला रही है। माना जा रहा है कि इलाके में कुछ और आतंकवादी छिपे हो सकते हैं, जिन्हें तलाशने और निष्क्रिय करने के लिए ऑपरेशन जारी है।
किश्तवाड़ में बड़ी कामयाबी
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले से सेना को हाल ही में बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षाबलों ने छत्रू जंगल क्षेत्र में चलाए जा रहे सर्च अभियान के दौरान तीन आतंकवादियों को मार गिराया है। 9 अप्रैल से ही सेना किश्तवाड़ के जंगलों में अभियान चला रही थी। गुरुवार को भी आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसके बाद सेना ने पूरे इलाके को घेर लिया और गहन तलाशी अभियान शुरू किया। इसी दौरान आतंकवादियों ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी थी, जिसका जवाब देते हुए सेना ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया।
जवानों का साहस और सतर्कता
लगातार हो रही घटनाओं से साफ है कि सेना पूरी तरह सतर्क है और किसी भी चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। चाहे एलओसी पर पाकिस्तानी गोलीबारी हो या जंगलों में छिपे आतंकियों के खिलाफ अभियान, भारतीय सेना हर मोर्चे पर अपनी बहादुरी और सूझबूझ का परिचय दे रही है। जवानों का बलिदान देश की रक्षा के लिए उनकी अटूट निष्ठा का प्रतीक है, जिसे हमेशा याद रखा जाएगा।

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