लोकतंत्र व संविधान की सलामती के लिए भाजपा को केन्द्र की गद्दी से उखाड़ फेंकने की जरूरत : उमेश कुशवाहा
- भाजपा केवल वोट के लिए अतिपिछड़ों के हिमायत होने का नाटक करती है : उमेश कुशवाहा
पटना। भागलपुर जिला के कहलगांव विधानसभा में शनिवार को जदयू द्वारा एकदिवसीय जननायक कर्पूरी चर्चा का आयोजन किया गया। वही इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा मौजूद रहे। वही इस दौरान अपने सम्बोधन में उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि कहलगांव की यह धरती क्रांति की धरती रही है, असहयोग आंदोलन के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने इसी धरती से अंग्रेजों के खिलाफ बिगुल फूंकने का काम किया था। इसलिए वर्तमान समय में BJP मुक्त भारत बनाने के संकल्प को साकार करने हेतु यहां के लोगो से विशेष अपेक्षा है। हमारे नेता नीतीश कुमार ने देशभर के विपक्षी पार्टियों को एकजुट कर भाजपा को केन्द्र की गद्दी से हटाने का संकल्प लिया है। पूरा देश आज बिहार के तरफ आशा और उम्मीद भरी की नजरों से देख रहा है और हमें पूरा विश्वास है कि बिहार की जनता लोकसभा की सभी 40 सीटें ‘इंडिया’ गठबंधन के खाते में डालकर मोदी सरकार को केंद्र की सत्ता से अपदस्थ करने में अहम भूमिका अदा करेगी। प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जननायक कर्पूरी ठाकुर के विचारों से प्रेरणा लेकर बिहार के शोषित, वंचित और अतिपिछड़ा वर्गों के उत्थान में दिनरात लगे हुए हैं। कर्पूरी ठाकुर के सामाजिक न्याय की परिकल्पना को नीतीश कुमार ने ही साकार रूप देने का काम किया है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा अनुसूचित जाति-जनजाति और पिछड़ा समाज को मिल रहे आरक्षण को भी खत्म करना चाहती है। इसलिए हमें आरक्षण, संविधान और लोकतंत्र की सलामती के लिए भाजपा को 2024 में उखाड़ फेंकने का संकल्प लेना है। प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि भाजपा केवल वोट के लिए अतिपिछड़ों के हिमायत होने का नाटक करती है। उनके बहकावें में अब नहीं आना है। बीते 9 सालों के दौरान भाजपा की मोदी सरकार ने अतिपिछड़ों के साथ दोहरा व्यवहार किया है। हालिया उदाहरण महिला आरक्षण बिल है, जिसमें पिछड़ा और अतिपिछड़ा वर्ग की महिलाओं को इसके लाभ से वंचित रखने की साजिश की गई। प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि आदरणीय नीतीश कुमार ने अतिपिछड़ा और पिछड़ा समाज के लोगों को राजनीतिक रूप से सशक्त और सक्षम बनाने के लिए वर्ष 2006 में पंचायती राज एवं 2007 में नगर निकाय संस्था में आरक्षण देने का काम किया।
लेकिन, भाजपा द्वारा उसी अतिपिछड़ा आरक्षण को भी खत्म करने के पुरजोर कोशिश किया गया। बीते साल नगर निकाय चुनाव में ही भाजपा ने अतिपिछड़ा आरक्षण के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर कर अपनी मानसिकता को उजागर कर दिया था। प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि 9 वर्षों में देश के अन्दर कोई काम नहीं हुआ है। केवल जाति-धर्म के नाम पर BJP द्वारा समाज में विभेद पैदा करने की कोशिश की गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने एक भी वादे पर खड़े नहीं उतरे हैं। उनका प्रत्येक वादा जुमला और ढकोसला साबित हुआ। उन्होंने कहा कि भाजपा को केवल सत्ता का मोह है, और सत्ता को बचाए रखने के लिए भाजपा लोकतंत्र और संविधान को भी कुचलने के लिए अमादा है। वही इस कार्यक्रम की अध्यक्षता भागलपुर के जिलाध्यक्ष विपिन बिहारी सिंह एवं मंच का संचालन संजय राम ने किया। वही इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, लघु व जल संसाधन मंत्री जयंत राज, माननीय सांसद अजय मंडल, माननीय विधायक दामोदर रावत, पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव सह पूर्व राज्यसभा सांसद कहकशा परवीन, पूर्व विधायक लक्ष्मीकांत मंडल, प्रमंडल प्रभारी प्रह्लाद सरकार, शुभानन्द मुकेश, पप्पू निषाद, विभूति गोस्वामी, नवगछिया के जिलाध्यक्ष त्रिपुरारी कुमार भारती, रिंटू चन्द्रवंशी, सिपु मंडल, संजीव कुमार, शिशुपाल, रजनीकांत, सोनी कुमारी, शहबाज आलम, विवेक गुप्ता, विजय मंडल, किशोर कुमार मंडल, दिवाकर सिन्हा, मनोहर कुमार सहित बड़ी संख्या में पार्टी के अन्य कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।