अपने-अपने एजेण्डे को लेकर महाबैठक में शामिल हो रहे है विपक्षी नेता, 23 जून की बैठक पर बोले सुशील मोदी
पटना। आगमी 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक होनी है। जिसको लेकर भाजपा लगातार हमलावर होती नजर आती है। इस क्रम में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने विपक्षी एकता को बरसाती मेढ़कों को तौलने के समान बताया है। उन्होंने कहा की एकता के नाम पर हर दल शर्तें थोप रहा है। मायावती, कुमारस्वामी, KCR, नवीन पटनायक, वाईएसआर ने तो पहले ही किनारा कर लिया। वही दिल्ली के CM केजरीवाल तो बैठक के प्रारंभ में ही संविधान की कक्षा लगाएंगे। मोदी ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल की शर्त है कि एकता के पहले अध्यादेश के मुद्दे पर कांग्रेस समर्थन की घोषणा करे। वही केजरीवाल ने इस मुद्दे पर सभी को पत्र तक लिख डाला है। मोदी ने कहा कि विपक्षी दलों में एजेण्डा को हाईजैक करने की होड़ लगी है। अरविंद केजरीवाल की शर्तों के अलावा शरद पवार न्यूनतम साझा कार्यक्रम, तो नीतीश कुमार BJP के खिलाफ एक उम्मीदवार की रणनीति, तो कांग्रेस बंगाल के पंचायत चुनाव में हिंसा रोकने के एजेण्डे पर पहले बात करना चाहती है। वही आगे मोदी ने कहा कि 44 विधायकों वाले कमजोर मुख्यमंत्री नीतीश न तो बिखरे हुए जनता परिवार की एका करा पाए और न ही विपक्ष को एक कर पाएंगे।