विशेष भूमि सर्वेक्षण में 22 फरवरी से फिर शुरू होगा ऑनलाइन स्वघोषणा, पूरा हुआ सर्वर मेंटिनेस का काम
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पटना। बिहार में भूमि सर्वे का काम जारी है। हालांकि, इस काम में रैयतों को भारी परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है। सर्वे का काम धीमा पड़ा हुआ है। हालात ये हैं कि ऑनलाइन माध्यम से स्वघोषणा की अपलोडिंग बंद है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की तरफ से दावा किया गया है कि 22 फरवरी से यह सेवा फिर से शुरू होगी। विभाग की तरफ से एडवाइजरी जारी कर कहा गया है कि जब तक ऑनलाइन माध्यम से स्वघोषणा जमा करने का काम बंद है, तब सभी लोग विशेष सर्वेक्षण शिविर में जाकर स्व घोषणा पत्र जमा करें। हालांकि, 22 तारीख की मियाद पूरी होने वाली है, ऑनलाइन माध्यम से स्व घोषणा जमा करने को लेकर विभाग की तरफ से अपडेट नहीं आया है। बताया जा रहा है कि समय को बढ़ाया जा सकता है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के तहत आने वाले भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय ने 9 फरवरी को स्वघोषणा जमा करने में आम लोगों को हो रही परेशानी के मद्देनज़र नई एडवाइजरी जारी की थी। एडवाइजरी में रैयतों से कहा गया था कि वो अपनी जमीन का ब्यौरा यानि स्वघोषणा अंचल स्थित शिविर कार्यालय में जाकर जमा करें। सर्वर में हो रहे बदलावों की वजह से फिलहाल ऑनलाइन माध्यम से स्वघोषणा की अपलोडिंग बंद है। सर्वे निदेशालय की वेबसाइट पर य़ह सूचना प्रसारित है कि तकनीकी समस्या के कारण अभी ऑनलाइन माध्यम से स्व घोषणा/ वंशावली हेतु प्रपत्रों को प्राप्त नहीं किया जा रहा है। 22 फरवरी से यह सेवा फिर से शुरू की जाएगी। वर्तमान में रैयत अंचल स्तर पर कार्यरत विशेष सर्वेक्षण शिविरों में अपनी स्वघोषणा एवं वंशावली समर्पित कर सकते हैं। सर्वे निदेशालय बिहार के सभी 9 प्रमंडल के अलग-अलग सर्वर का प्रावधान कर रहा है। फिलहाल 3 प्रमंडल भागलपुर, पूर्णिया एवं मुंगेर का सर्वर अलग किया जा चुका है। अन्य प्रमंडल के लिए सर्वर अलग करने का काम प्रगति पर है और जल्द ही सभी सर्वर काम भी करने लगेंगे। बिहार में मार्च, 25 तक स्व घोषणा जमा करने का प्रावधान किया गया है। लोगों द्वारा इस काम में बढ़ चढ़कर हिस्सा भी लिया जा रहा है। अभी तक 78 लाख रैयतों द्वारा स्व घोषणा समर्पित किया जा चुका है। सर्वे निदेशालय को उम्मीद है कि उम्मीद है कि सर्वर की समस्या दूर होते ही इसमें तेज प्रगति होगी। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने किस्तवार शुरू करने के लिए फरवरी का अंतिम सप्ताह का समय निर्धारित किया गया है। इसके मद्देनजर निदेशालय द्वारा जरूरी तैयारियां की जा रही हैं।
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