बिहटा में छठ पर लगा ग्रहण, अधिकारी बने अंजान
- ऐतिहासिक वायुसेना सूर्य मंदिर में तेंदुए के कारण प्रवेश पर रोक, सोननद में नहीं है पर्याप्त पानी
बिहटा, (मोनु कुमार मिश्रा)। लोक आस्था का महापर्व छठ में महज 5 दिन ही शेष रह गए हैं। छठ को लेकर सभी घाटों पर तैयारियां शुरू हो गई है। लेकिन बिहटा में स्थिति ठीक इसके विपरीत है। क्योंकि दो ऐसे महत्वपूर्ण जगह जहां छठ पर्व में लाखों की संख्या में भीड़ जुटती है। वहां इस बार छठ कैसे होगा इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। इसमें सबसे पहला नाम ऐतिहासिक वायुसेना सूर्य मंदिर बिहटा का है। जहां इस बार छठ व्रत्तियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। इसका वजह तेंदुआ बताया जा रहा है। जो पिछले कई दिनों से वायुसेना परिसर विचरण करते दिखाई दे रहा है। इसकी कई सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई है। वायु सेना प्रशासन इसके कारण कोई भी खतरा मोल लेना नहीं चाहता है। नतीजा छठव्रतियों के सामने उहापोह की स्थिति बन गई है।क्योंकि कोई भी अधिकारी हो या जनप्रतिनिधि कुछ भी स्पष्ट नहीं बता पा रहा है। गौरतलब है कि तेंदुए के कारण पिछले कई दिनों से वायु सेना परिसर में सभी आवश्यक आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। केंद्रीय विद्यालय में पढ़ाई बंद है। वन विभाग की टीम लगातार उसे तेंदुए को पकड़ने का प्रयास कर रही है। लेकिन लगातार सीसीटीवी फुटेज में दिखने वाला तेंदुआ अभी तक वन विभाग की टीम के पकड़ से बाहर है। जिससे वायु सैनिक तो खौफ में जी ही रहे हैं अब उस तेंदुए का डर छठ व्रत पर भी आ गया है। क्योंकि इस घाट पर 3 दिन तक लगातार 50000 से अधिक की संख्या में भीड़ रहती है। इस सूर्य मंदिर की महानता कारण यहां के मन्नत मांग कर पूजा करने दूर दराज से हजारों की संख्या में लोग आते हैं। तेंदूआ के इस डर ने वैसे व्रतियों के सामने एक बड़ी समस्या उत्पन्न कर दी है कि आखिर अब वह क्या करें। एक साथ इतनी भीड़ किसी दूसरे घाट पर पहुंचेगी तो वहां की स्थिति बिगड़ जायेगी। इसके साथ ही उनके मन्नतों का क्या होगा जो इस बार इस सूर्य मंदिर पर व्रत के साथ उसे पूरा करने का था।
ग्रामीणों ने वायुसेना गेट पर किया हंगामा
छठ व्रत को लेकर साफ सफाई करने पहुंचे ग्रामीणों ने वायु सेना गेट पर जमकर हंगामा किया। बताया जाता है कि ग्रामीण जैसे ही वायुसेना गेट पर पहुंचे वहां उन्हें गेट अंदर से बंद मिला। जब वहां मौजूद सुरक्षा बलों से उन लोगों ने गेट खोलने की अपील की तो उन्हें बताया गया कि वायु सेना परिसर में तेंदुआ रहने के कारण इस बार गेट नहीं खोला जाएगा। जिससे लोगों का आक्रोश बढ़ गया और वह हंगामा करने लगे। काफी देर हो हल्ला हंगामा के बावजूद किसी भी अधिकारी ने उनकी बात नहीं सुनी और आखिरकार गेट नहीं खोला गया। जिससे यहां छठ व्रत पर ग्रहण लगता जा रहा है।क्यूंकि तालाब के पूरी तरह से गन्दा है। अगर एक – दो दिन के अंदर इसे नहीं खोला गया तो यहां व्रत होना असंभव सा हो जायेगा।
सोन नद में नहीं है अपेक्षाकृत पानी
सोन नद में भी काफ़ी संख्या में भीड़ जुटती है। लेकिन यहां भी इस बार अपेक्षाकृत पानी नहीं है। जिससे लोगों को यहां भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन इन समस्याओं की पूरी जानकारी होने के बावजूद अधिकारी अंजान बने बैठे है। जिससे सोन नद में व्रत करने वाले व्रतियों के मन में भी संशय बन गया की व्रत में अर्घ्य देने तक क्या होगा पता नहीं।