बिहार में अब अपराधियों की खैर नहीं; पुलिस ने 395 को दबोचा, 724 बदमाश हुए चिन्हित
पटना। बिहार पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। मिशन सुरक्षा के तहत चिन्हित कर टॉप-10, टॉप-20, इनामी कुख्यात अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। पूरे राज्य में 724 अपराधियों को चिन्हित किया गया है। जिसमें से करीब 50 फीसदी से ज्यादा कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अन्य की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ और जिला पुलिस की संयुक्त टीम विशेष अभियान चला रही है। एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि मिशन सुरक्षा के तहत जनवरी 2024 तक 80 प्रतिशत कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी का लक्ष्य रखा गया था। इसके लिए टॉप-10, टॉप-20 समेत कुख्यात अपराधियों को चिन्हित किया गया था। गिरफ्तारी की प्रक्रिया वर्ष 2023 के जून महीने से शुरू की गई थी। इसी कड़ी में पूरे बिहार से कुल 724 अपराधियों को चिन्हित किया गया।
395 अपराधियों की गिरफ्तार हुई
21 जनवरी 2024 तक अभियान चलाकर 395 अपराधियों को अरेस्ट किया गया। कुछ ने तो डर से सरेंडर कर दिया। 49 को एसटीएफ, 266 को जिला पुलिस, 19 को जिला पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। जबकि 60 अपराधियों ने डर से कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। सत्यापन के दौरान पाया गया कि इसमें से एक अपराधी की मृत्यु हो चुकी है, तो इस तरह से कुल मिलाकर निर्धारित लक्ष्य के अनुसार 54.5 प्रतिशत गिरफ्तारी हुई है। 80 प्रतिशत गिरफ्तारी का जो लक्ष्य रखा गया है, उसके लिए आगे भी कार्रवाई की जा रही है। पहले जो इनाम की राशि थी, उसे बढ़ा दी गई है। अब डीजीपी 3 लाख रुपए तक की पुरस्कर राशि की घोषणा कर सकते हैं। 1 लाख रुपए तक की पुरस्कर राशि की घोषणा एडीजी अभियान कर सकते हैं। जिले के एसपी 25 हजार रुपए, आईजी और डीआईजी भी 50 हजार रुपए तक की इनाम राशि की घोषणा कर सकते हैं।
सहयोग करने वाले को मिलेगा इनाम
हेल्पलाइन नंबर 14432 के जरिए आमलोग भी अपराधियों के बारे में सूचना दे सकते हैं। सहयोग करने वाले लोगों को भी बिहार पुलिस इनाम की राशि देगी। ऑपरेशन मुस्कान के तहत वर्ष 2023 के दिसंबर महीने तक कुल 11609 मोबाइल को बरामद किया गया है। जिस आम लोगों को लौटाया गया है। पटना जिले में सबसे अधिक 1148 रिकवरी हुई है। इसके बाद दूसरे नंबर पर रेल पटना ने 1129 रिकवरी की है।