बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर आज अधिसूचना जारी होते ही लागू हो जाएगी आदर्श आचार संहिता, कल से शुरू होगी नामांकन प्रक्रिया

पटना। बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर मंगलवार(आज) अधिसूचना जारी होने की उम्मीद है। साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो जाएगी। भावी प्रत्याशियों, नेताओं और अधिकारियों के लिए राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी निर्देर्शों का पालन करना जरूरी होगा। बुधवार से उम्मीदवारों का नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया भी शुरू हो सकती है।

नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए सात दिनों का समय मिलेगा। आयोग ने नामांकन पत्र दाखिल करने, नामांकन पत्रों की जांच करने और नाम वापसी करने के लिए उम्मीदवारों का समय निर्धारित किया है।
पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, पहले चरण में जिन जिलों में बाढ़ नहीं है, उन जिलों को इस चुनाव में प्राथमिकता दी जाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने जिलों को नामांकन पत्र को लेकर जारी दिशानिर्देश में स्पष्ट किया है कि सूचना प्रकाशन के अगले दिन से सातवें दिन तक नामांकन पत्र दाखिल किया जाएगा। यदि अंतिम दिन सार्वजनिक अवकाश हो, तो उसके अगले दिन तक नामांकन पत्र दाखिल किया जाएगा।
मंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि एक बार अधिसूचना जारी होने के बाद चल रही नल-जल योजना के अलावा पंचायतों में चल रहे अन्य कार्यों के लिए धनराशि जारी करना तत्काल प्रभाव से रोक दिया जाएगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने के बाद आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। जिला परिषद, मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, सरपंच और पंच पदों के लिए करीब 2.59 लाख प्रतिनिधि चुने जाएंगे।
इसके साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग ने विभिन्न पदों के लिए चुनाव चिह्न की सूची जारी कर दी है। मुखिया पद के लिए कुल 36 चिह्न का चयन किया गया है।
इसी तरह वार्ड सदस्यों के लिए 20 चुनाव चिन्ह का चयन किया गया है। पंचायत समिति सदस्यों के लिए 10 और जिला परिषद सदस्यों के लिए 20 चिह्न जारी किए गए हैं। हालांकि आयोग ने अभी 12 चुनाव चिह्न सुरक्षित रखे हैं
बिहार में इस बार पंचायत चुनाव 24 सितंबर से शुरू होकर 12 दिसंबर तक कुल 11 चरणों में संपन्न होंगे। 24 सितंबर, 29 सितंबर, 8 अक्टूबर, 20 अक्टूबर, 24 अक्टूबर, 3 नवंबर, 15 नवंबर, 24 नवंबर, 29 नवंबर, 8 दिसंबर और 12 दिसंबर 2021 को मतदान की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। बाढ़ प्रभावित इलाकों में मतदान की प्रक्रिया आखिरी चरणों में संपन्न कराने की उम्मीद है।