नोटबंदी के बाद बाजार में नकदी कम हुई है तो डिजिटल लेनदेन में काफी इजाफा भी हुआ : सुशील मोदी

भारत सरकार द्वारा व्यवसाय के सुगमता के लिए उठाये गयें कदमों पर चर्चा का आयोजन

90 हजार 639 लोगों ने छह माह से रिटर्न फाइल नहीं किया
पटना। शुक्रवार को होटल मौर्या, पटना में मिनिस्ट्री आफ कॉरपोरेट अफेयर्स, भारत सरकार तथा पटना चेप्टर, भारतीय कंपनी सचिव संस्थान आइसीएसआइ के सयुंक्त प्रवधान में व्यवसाय के सुगमता के लिए उठाए गया कदमों पर चर्चा हेतु सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में मुख्य अथिति के तौर पर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी की उपस्थिति रही। अन्य अथितियों में एस. डी. संजय, (माननीय एंड सॉलिसिटर जेनरल आफ इण्डिया), संजय कु. अग्रवाल, आईएएस सचिव, परिवहन विभाग, बिहार सरकार, पी. के. अग्रवाल (अध्यक्ष चैंबर आफ कॉमर्स बिहार) तथा डी. बंधोपाध्याय (रीजनल डायरेक्टर, पूर्व, मिनिस्ट्री आफ कॉरपोरेट अफेयर्स, भारत सरकार) की उपस्थिति रही। कार्यक्रम की शुरूआत सुशील मोदी तथा अन्य अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। समारोह में सीएस सुधीर कुमार (अध्यक्ष, आइसीएसआइ पटना चैप्टर) के द्वारा आगत अतिथियों का स्वागत किया गया। अपने स्वागत भाषण में श्री कुमार ने उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी व अन्य आगत अतिथियों के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पी के अग्रवाल, अध्यक्ष चैम्बर आफ कॉमर्स, बिहार ने सरकार के द्वारा उठाये कदमों को सरहानीय बताते हुए अपना मत रखा। जबकि संजय कु. अग्रवाल, एस. डी. संजय तथा डी. बंधोपाध्याय ने भी सम्बोधित करते हुए अपने विचार और सुझाव रखे।
इसके उपरांत उपमुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में सबसेे पहले मंत्रालय तथा भारतीय कंपनी सचिव संस्थान को इस आयोजन के लिये धन्यवाद देते हुए अपना मत रखा। उन्होंने कहा कि देश ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के क्षेत्र में लंबी छलांग भरी है। वर्ष 2014 में भारत 142वें स्थान पर था। 2019 में 63वें पायदान पर आ गया है। कहा कि प्रधानमंत्री की इच्छा है कि भारत दुनिया के उन 50 देशों में शामिल हो, जहां व्यापार करना सबसे आसान है। कहा कि नोटबंदी का वही लोग विरोध करते हैं, जिनके अवैध कारोबार प्रभावित हुए। मोदी ने कहा कि नोटबंदी के बाद 2017-18 और 2018-19 में कुल 3.28 लाख कंपनियों का पंजीकरण रद्द हुआ। उन्होंने कहा कि एक कमरे में 10-10 कंपनियां चल रही थी। कहा कि नोटबंदी के बाद यदि बाजार में नकदी कम हुई है तो डिजिटल लेनदेन में काफी इजाफा हुआ है।
फर्जी जीएसटी पंजीकरण कराने वालों पर कसा शिकंजा
मोदी ने कहा कि जीएसटी के तहत ढाई साल में 2.72 लाख पंजीकरण हुए। तमाम लोग फर्जी रजिस्ट्रेशन कराकर व्यापार कर रहे थे। ऐसे 98 लोगों के खिलाफ वाणिज्य कर विभाग ने कार्रवाई की है। नौ लोगों पर एफआईआर की गई है। कहा कि जीएसटी में जियो टैगिंग होने जा रहे है। कहा कि 90 हजार 639 लोगों ने छह माह से रिटर्न फाइल नहीं किया। जांच के बाद सात हजार 368 लोगों के पंजीकरण रद्द किए गए हैं। देश और बिहार में ऐसा ही हो रहा है। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन हिमांशु शेखर, रजिस्ट्रार आफ कम्पनीज ने किया। सम्मेलन में लगभग 200 कंपनी सचिव, चाटर्ड अकाउंटेंट तथा उधोगपति शमिल हुए।