February 6, 2025

लोकसभा चुनाव में 40 सीट भी नहीं जीत पाएगी कांग्रेस : पीएम मोदी

  • प्रधानमंत्री ने राज्यसभा संबोधन में गिनाई सरकार की उपलब्धियां, कांग्रेस और विपक्ष पर किया तीखा हमला

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी पर जोरदार हमला बोला है। राज्यसभा में संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिस पार्टी के भीतर अपने नेताओं की गारंटी नहीं वे मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं। इसी के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने महंगाई को लेकर भी कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने मनमोहन सिंह के बयान का भी हवाला दिया कि महंगाई बढ़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की जिस कांग्रेस ने सत्ता के लालच में लोकतंत्रा का गला घोंट दिया था। जिसने लोकतांत्रिक तरीके से चुनकर आई सरकारों को बर्खास्त कर दिया था, जिस कांग्रेस ने देश की संविधान और लोकतंत्र की मर्यादा को जेल के सलाखों में बंद कर दिया था। जिसने अखबारों पर ताला लगाने की कोशिश की थी। जो कांग्रेस देश को तोड़ने के नरेटिव गढ़ने का शौक पैदा हुआ था। अब उत्तर और दक्षिण को तोड़ने के लिए बयान दिए जा रहे हैं। ये कांग्रेस हमें लोकतंत्र पर प्रवचन दे रही है। इस बार कांग्रेस 40 पार नहीं कर पाएगी। कांग्रेस पार्टी सोच से भी आउटडेटेड हो गई है। जब सोच पुरानी हो गई है तो उन्होंने अपना कामकाज भी आउटसोर्स कर दिया है देखते ही देखते इतना बड़ा दल, इतने दिनों तक राज करने वाला दल, ऐसी गिरावट। हमारी आपके प्रति संवेदनाएं हैं, लेकिन डॉक्टर क्या करेगा, जब मरीज खुद आगे क्या बोलूं खड़गे जी को चौके-छक्के मारने पर मजा आ रहा था। उन्होंने एनडीए को 400 सीटों को आशीर्वाद दिया। उनका आशीर्वाद सिर आंखों पर।
वीआईपी कल्चर पर सवाल
प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान कांग्रेस के वीआईपी कल्चर को लेकर भी कई सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि लाल बत्ती का कल्चर क्यों चलता रहा। उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस ने अंग्रेजों के कानून को क्यों नहीं बदला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश की मूल संस्कृति को दबाने का काम किया है।
पीएम मोदी का नेहरू पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर राज्यसभा में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि नेहरू आरक्षण को पसंद नहीं करते थे। मोदी ने कहा कि पं। जवाहरलाल नेहरू नौकरियों में आरक्षण के विरोधी थे। उन्होंने कहा कि पिछले दस साल में हमारी सरकार ने हर वर्ग को आगे बढ़ाने का काम किया। हमारी सरकार ने गरीबों, दलितों, पिछड़ों को स्वाभिमान से जीने का हक दिया।
कांग्रेस ने भी परिवारवाद का खामियाजा भुगत रही है
इससे पहले लोकसभा में 5 फरवरी को मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था। कहा था कि एक ही प्रोडक्ट को कई बार लॉन्च करने के चक्कर में कांग्रेस की दुकान पर ताला लगने की नौबत आ गई है। देश के साथ-साथ कांग्रेस ने भी परिवारवाद का खामियाजा भुगत रही है। ये विपक्ष कई दशक तक सत्ता में बैठा था, वैसे ही इस विपक्ष ने कई दशक तक विपक्ष में बैठने का संकल्प लिया है।
पहली बार एनडीए ने एक आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति बनाने का काम किया
देश में पहली बार एनडीए ने एक आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति बनाने का काम किया। उन्हें उम्मीदवार बनाया। वैचारिक विरोध एक बात है। ऐसा होता तो आपने सामने कैंडिडेट खड़ा किया होता। हमारे यहां से गया व्यक्ति आपने उम्मीदवार बना दिया। आपका विरोध एक आदिवासी बेटी से था।
सीताराम केसरी को उठाकर फुटपाथ पर फेंक दिया
सीताराम केसरी अति पिछड़ी जाति से थे, कांग्रेस के अध्यक्ष थे, उन्हें उठाकर फुटपाथ पर फेंक दिया गया। ये वीडियो देश ने देखा। इनके मार्गदर्शक अमेरिका में बैठे हैं। वो पिछले चुनाव में ‘हुआ तो हुआ’ के लिए फेमस हो गए थे। कांग्रेस इस परिवार के काफी करीब है। उन्होंने संविधान निर्माता अंबेडकर के योगदान को छोटा करने का भरपूर प्रयास किया।
कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के एससी-एसटी, ओबीसी को 7 दशकों तक उनके अधिकारों से वंचित रखा
एक कोट नेहरूजी का पढ़ रहा हूं। नेहरूजी ने जो कहा वो कांग्रेस के लिए पत्थर की लकीर होता है। आपकी सोच ऐसे कई उदाहरणों से सिद्ध होती है। एक उदाहरण जरूर दूंगा। जम्मू-कश्मीर का उदाहरण। कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के एससी-एसटी, ओबीसी को 7 दशकों तक उनके अधिकारों से वंचित रखा। आर्टिकल 370, हम जितनी जीतेंगे उसकी बात नहीं कर रहा हूं। आर्टिकल 370 को निरस्त किया तो एससी-एसटी-ओबीसी को अधिकार मिले, जो देश के लोगों को बरसों से मिले हुए थे। जम्मू-कश्मीर में फॉरेस्ट राइट एक्ट नहीं मिला था। प्रिवेंशन ऑफ एट्रोसिटी एक्ट नहीं था। 370 हटाकर हमने ये अधिकार उन्हें दिए। हमारे एससी समुदाय में सबसे पीड़ित वाल्मीकि समाज रहा, उन परिवारों को भी 7 दशक बाद भी जम्मू-कश्मीर में डोमेसाइल का अधिकार नहीं दिया गया था। आज देश को भी बताना चाहता हूं कि स्थानीय निकायों में ओबीसी के आरक्षण का विधेयक भी कल 6 फरवरी को पारित कर दिया गया है।
दलित, पिछड़े और आदिवासी की कांग्रेस जन्मजात विरोधी रही
जाति की बात होने लगी, क्यों जरूरत पड़ गई। अपने गिरेबान में झांके। दलित, पिछड़े और आदिवासी की कांग्रेस जन्मजात विरोधी रही। बाबा साहेब ना होते ना तो शायद एससी-एसटी को आरक्षण मिलता या नहीं, ये भी मालूम नहीं। मेरे पास प्रमाण है। इनकी सोच आज से नहीं, उस समय से ऐसी है। मैं प्रमाण के बिना यहां नहीं आया। बातें उठी हैं तो तैयारी रखनी चाहिए। मेरा परिचय तो हो चुका है ना 10 साल हो गए।
इस सदी का स्वार्थी एजेंडा मैं और मेरा वाला नहीं चलेगा
राष्ट्रपति ने अभिभाषण मे 4 सबसे बड़ी जातियों के विषय में सम्बोधित किया था- युवा, नारी, गरीब और अन्नदाता। इनकी समस्याएं एक समान हैं, उनके सपने भी एक समान हैं और उसके समाधान करना है तो रास्ते भी एक ही हैं इसीलिए इन चार स्तंभों को मजबूत करें और देश विकसित भारत की ओर बढ़ेगा। 21वीं सदी में विकसित भारत के लिए 20वीं सदी की सोच नहीं चल सकती है। इस सदी का स्वार्थी एजेंडा मैं और मेरा वाला नहीं चलेगा।
हमने जितना काम किया है, ये एससी-एसटी-ओबीसी समाज के लिए है
हमने जितना काम किया है, ये एससी-एसटी-ओबीसी समाज के लिए है। उन्हें पक्का घर मिला है, समाज में स्थान मिला है। स्वच्छता के अभाव में हर वर्ग बीमारी से जूझ रहा था, उन्हें स्वच्छ भारत अभियान का लाभ देने का काम हमने किया है। माताएं-बहनें धुएं में स्वास्थ्य संकट झेल रही थीं। हमने उज्ज्वला गैस दी। मुफ्त राशन, मुफ्त गैस के लाभार्थी यही लोग हैं।

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