बिहार से विपक्षी एकता को बड़ा झटका, राहुल की रैली में शामिल नहीं होंगे सीएम नीतीश
पटना। नरेंद्र मोदी और भाजपा का मुकाबला करने के लिए बना इंडिया गठबंधन चुनाव से पहले ही तार-तार होने की कगार पर है। बुधवार को ममता बनर्जी ने एलान कर दिया था कि वो भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर बंगाल आ रहे राहुल गांधी की सभा में शामिल नहीं होंगी और ना ही कांग्रेस के साथ सीटों का बंटवारा करेंगी। उसके बाद आम आदमी पार्टी ने भी पंजाब में कांग्रेस के साथ तालमेल करने से इंकार कर दिया था। वही विपक्षी गुट को एक और झटका देते हुए, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में शामिल नहीं होंगे। गांधी 30 जनवरी को बिहार की राजधानी में एक रैली करने वाले हैं। सूत्रों के मुताबिक, 30 जनवरी को सीएम कुमार के कुछ कार्यक्रम पहले से ही तय हैं। इससे पहले भारत जोड़ो न्याय यात्रा का औपचारिक न्योते देने के लिए बिहार कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ ने असम के गोलकगंज से गुजरते हुए राज्य में अपनी यात्रा समाप्त की और बृहस्पतिवार को सुबह पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर गई। 26-27 जनवरी को दो दिन के विराम के बाद यात्रा जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, उत्तर दिनाजपुर और दार्जिलिंग जिलों से गुजरेगी और 29 जनवरी को बिहार में प्रवेश करेगी। किशनगंज के रास्ते प्रवेश करने वाली यात्रा 30 जनवरी, को पूर्णियां पहुंचेगी जहां राहुल गांधी एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे। इसके बाद 31 जनवरी को कटिहार में रैली होगी और 1 फरवरी को अररिया होते हुए यात्रा झारखंड में प्रवेश कर जाएगी। इससे पहले कहा गया था कि नीतीश कुमार ने 30 जनवरी को पूर्णिया में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा रैली में भाग लेने के लिए अपनी सहमति दे दी है, लेकिन राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकते हैं। कांग्रेस एमएलसी प्रेम चंद्र मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 29 जनवरी को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से बिहार में प्रवेश करेगी और तीन दिनों में चार जिलों को कवर करेगी, इस दौरान भारत के शीर्ष नेता सार्वजनिक बैठकों में उनके साथ शामिल हो सकते हैं।