रूपौली उपचुनाव के प्रचार अभियान में उतरेंगे सीएम नीतीश, एनडीए के कई नेता भी जदयू के लिए मांगेंगे वोट

पटना। बिहार के पूर्णिया जिले की रूपौली विधानसभा सीट पर होने वाला उपचुनाव रोचक बन गया है। इस उपचुनाव में एनडीए की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। यही वजह है कि जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के साथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) भी इस चुनाव में प्रचार के लिए जी-जान से जुट गई है। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रूपौली में रैली करके राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की प्रत्याशी बीमा भारती के खिलाफ प्रचार करेंगे। नीतीश की जेडीयू ने यहां से कलाधर मंडल को टिकट दिया है, उनके समर्थन में प्रचार करने के लिए डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी समेत बिहार बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता भी आएंगे। अगले साल बिहार में विधानसभा के चुनाव होने हैं। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में सीमांचल में चार में तीन लोकसभा क्षेत्रों में मिली शिकस्त के बाद एनडीए ने रूपौली विधानसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव को प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया। ऐतिहासिक और क्रांतिकारियों की धरती रूपौली में चुनाव प्रचार के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कार्यक्रम तय किया जा रहा है। जेडीयू नेताओं के मुताबिक जल्द ही सीएम नीतीश की रैली का कार्यक्रम घोषित किया जाएगा। इससे पहले जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर व ललन सिंह, राज्य के मंत्री विजय चौधरी व रत्नेश सदा रूपौली में चुनाव प्रचार के लिए आने वाले हैं। इसी तरह बीजेपी से डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा के अलावा मंत्री नीतीश मिश्रा, सतीश दुबे, मंगल पांडे भी पहुंच रहे हैं। 3 से लेकर 8 जुलाई तक लगातार सभी नेता रूपौली की 42 पंचायतों में घूम-घूमकर प्रचार करेंगे। इससे पहले जदयू नेता मंत्री लेशी सिंह लगातार रूपौली में जनसपंर्क अभियान चला रही हैं। पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा भी लगातार रूपौली का भ्रमण कर रहे हैं। दूसरी ओर, विधानसभा उपचुनाव में लालू एवं तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी ने भी ताकत झोंक दी है। आरजेडी नेताओं ने हर पंचायत में तीन-तीन प्रभारी लगाए हैं। कोसी की कगार पर क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों की धरती रही रूपौली ऐतिहासिक है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान नीतीश कुमार प्रचार में आए तो उन्होंने टीकापट्टी के बारे में सुना। उन्होंने कहा कि वह चुनाव जीतने के बाद टीकापट्टी आएंगे। विधानसभा चुनाव जीतते ही वह टीकापट्टी पहुंचे, जहां महात्मा गांधी के कदम पड़े थे। बापू सदन को सजाया संवारा गया। डाइट का नामकरण भी राष्ट्रपिता के नाम पर हुआ। एक बार फिर नीतीश कुमार यहां आने वाले हैं। रूपौली की जनता को वह चुनाव के बाद बड़ी सौगात देने का ऐलान कर सकते हैं। रूपौली से विधायक रहीं बीमा भारती के जेडीयू छोड़कर आरजेडी में जाने के कारण यह सीट खाली हो गई। रुपौली उपचुनाव में आरजेडी ने बीमा भारती को टिकट दिया है। वहीं, जेडीयू ने कलाधर मंडल को मैदान में उतारा है, जो 2020 के विधानसभा चुनाव में रूपौली से निर्दलीय लड़े थे और चौथे नंबर पर रहे थे। इस बार मुख्य मुकाबला आरजेडी और जेडीयू के बीच माना जा रहा है। वैसे, महागठबंधन समर्थित आरजेडी की प्रत्याशी बीमा भारती के लिए यहां का रास्ता आसान नहीं है। बता दें कि पिछले महीने लोकसभा चुनाव में पूर्णिया से आरजेडी के टिकट पर लड़ीं बीमा भारती को करारी हार का सामना करना पड़ा था।

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