पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर सीएम नीतीश ने किया नमन, पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलि
पटना। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 134वीं जयंती पर पटना में मंगलवार को राजकीय समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के नेहरू पार्क स्थित प्रधानमंत्री की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री समेत बिहार सरकार के कई मंत्रियों और बड़े नेताओं ने भी प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर उन्हें याद किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी प्रधानमंत्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी इस दौरान वित्त मंत्री विजय चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, जल संसाधन सह सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री संजय झा समेत कई अन्य मंत्री, विधायक, विधान पार्षद एवं अन्य नेता शामिल हुए और भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सूचना एवं जनसंपर्क के कलाकारों ने देश भक्ति गीतों और भजनों का गायन किया।
14 नवंबर, 1889 को यूपी में हुआ था नेहरु का जन्म, बच्चों से प्रेम के कारण जयंती पर मनाया जाता है बाल दिवस
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में हुआ था। इनके माता जी का नाम स्वरूपरानी नेहरु और पिताजी का नाम मोतीलाल नेहरु था। पंडित मोतीलाल पेशे से बैरिस्टर थे। वहीं, पंडित नेहरू की धर्मपत्नी का नाम कमला नेहरु था। इनकी एक बेटी इंदिरा गांधी थी, जो लाल बहादुर शास्त्री जी की उत्तराधिकारी बनी और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थी। देश की आजादी के बाद जवाहर लाल नेहरू को सर्वसम्मति से देश का प्रधानमंत्री चुना गया। उन्होंने लंबे समय तक देश की सेवा की। पंडित जवाहर लाल नेहरू का 27 मई 2023 को निधन हो गया था। उसी वर्ष उनके जन्मदिवस 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाये जाने का फैसला किया गया।
नीतीश ने मीडिया से बनाई दूरी, पत्रकारों को झुक कर किया प्रणाम और आगे निकले
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब मीडिया से दूरी बना ली है। मंगलवार को पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि नाराज हैं क्या मुख्यमंत्री जी। इस पर नीतीश कमर तक झुके और दोनों हाथ जोड़कर पत्रकारों को प्रणाम करते हुए निकल गए। नीतीश कुमार देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। नेहरू पार्क में उन्होंने नेहरू की प्रतिमा पर फूल चढ़ाया। श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी साथ थे। सीएम नीतीश कुमार ने कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत नहीं की। इन दिनों बिहार के मुख्यमंत्री अपने विवादित बयानों को लेकर काफी चर्चा में बने हुए हैं। इसी कारण से उन्होंने अब सार्वजनिक कार्यक्रमों मे मीडिया से दूरी बना ली है। इसके पहले जब भी कोई सार्वजनिक कार्यक्रम होता था तो कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री खुलकर पत्रकारों से बातचीत करते थे और पत्रकारों के सवालों का जवाब अपने लहजे में दिया करते थे इस दौरान वह पत्रकारों के माध्यम से ही अपने विपक्षी विरोधियों पर जमकर निशाना साधा करते थे लेकिन इन दोनों बिहार के मुख्यमंत्री के दिए गए बयानों के कारण बिहार की राजनीतिक गलियारे में काफी उथल-पुथल का माहौल है जिसको देखते हुए अब नीतीश कुमार ने मीडिया से दूरी बना ली है। वही मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार का नया अंदाज दिखा है जिसमें वे मीडियाकर्मियों से सवाल-जवाब करने के बजाय हाथ जोड़ते नजर आये। वो भी एक बार नहीं बल्कि बार-बार। नीतीश कुमार का यह अंदाज उस समय दिखा जब वे देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन के अवसर पर नेहरू पार्क में उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद बाहर निकले रहे थे। इस दौरान मीडिया की टीम भी वहां मौजूद थी। आमतौर पर नीतीश कुमार श्रद्धांजलि समारोह में शामिल होने के बाद मीडिया से बात करते हैं और संबंधित महापुरूषों के व्यक्तित्व की चर्चा करते हैं पर आज सीएम नीतीश कुमार बदले-बदले से नजर आ रहे थे। उन्हौने मीडिया कर्मियों से बात नहीं की और कैमरे के सामने ही मीडियाकर्मियों को प्रणाम करते नजर आये। नीतीश कुमार के बयान और तल्ख तेवर इन दिनों मीडिया की सुर्खियां बनी हुई है। विधानसभा के शीतकालीन सत्र में उनके दिए हुए दो बयानों ने उनकी मुसीबत बढ़ा दी है।वे पीएम नरेन्द्र मोदी एवं विपक्षी दलों के साथ ही महिला संगठनों और पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के निशाने पर आ गए हैं। हलांकि नीतीश कुमार पहले भी मीडियाकर्मियों पर एकपक्षीय खबर को तवज्जों देने का आरोप लगाते रहे हैं पर आज उन्हौने मीडियाकर्मियों से किसी तरह की शिकायत करने के बजाय सीधे-सीधे हाथ जोड़ लिया। इसके पहले भी पटना में भारत के पहले शिक्षा मंत्री के जयंती कार्यक्रम में डिजिटल और प्रिंट मीडिया के पत्रकारों को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई थी जिसके बाद बीजेपी ने इसको लेकर मुख्यमंत्री और बिहार सरकार पर हमला किया था कि एक और जहां नीतीश पत्रकारों की आजादी की बात करते हैं वही वह खुद अपने कार्यक्रमों में मीडिया की एंट्री पर प्रतिबंध लगा रहे हैं।