राष्ट्रपति चुनाव में नीतीश कुमार का बिहारी प्रेम काफूर : राजेश राठौड़

पटना। बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चैयरमेन राजेश राठौड़ ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहार प्रेम पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए प्रत्याशी के समर्थक बनकर मुख्यमंत्री घूम रहे हैं। अब उनका बिहार और बिहारियों के प्रति प्रेम सत्ता के लालच में काफूर हो चुका है। बिहार के मूल निवासी और विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को वे समर्थन नहीं दे रहे हैं क्योंकि उनको अपने सत्ता से भाजपाई समर्थन खींचने का डर है।
राजेश राठौड़ ने कहा कि 2012 में एनडीए में होते हुए भी विपक्ष के प्रत्याशी के साथ खड़े होने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले दो राष्ट्रपति चुनावों में बिहार के प्रत्याशी की खिलाफत करने में पूरी ताकत लगा रहे हैं। वहीं 2017 में यूपीए के साथ होते हुए भी वे भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में खड़े हो गए थे। पहले मीरा कुमार और अब यशवंत सिन्हा का विरोध करके उन्होंने साबित कर दिया है कि बिहारी स्वाभिमान की बात केवल वे विधानसभा चुनाव में वोट के लिए करते हैं। भाजपा से लगातार वाक्युद्ध करके जनता को दिग्भ्रमित करने वाले सीएम नीतीश सत्ता जाने के डर से इत्मीनान से भाजपा के गोद में बैठ गए। नीतीश कुमार केंद्र में सत्तारूढ़ दलों के साथ हमेशा से गलबहियां करते रहें हैं और बिहारी अस्मिता का अपमान करते रहे हैं।
