February 22, 2025

नीतीश को बिहार की नहीं बल्कि अपनी कुर्सी की चिंता, उनको सत्ता से हटाने का मन बना चुकी जनता: प्रशांत किशोर

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हालिया दिल्ली दौरे को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल तेज़ हो गई है। चुनावी रणनीतिकार और ‘जन सुराज’ अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने इस दौरे को लेकर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार को बिहार की जनता और राज्य के विकास की कोई चिंता नहीं है, बल्कि उनकी प्राथमिकता केवल अपनी कुर्सी बचाने की है। प्रशांत किशोर का कहना है कि बिहार की जनता नीतीश कुमार के शासन से नाखुश हो चुकी है और अब उन्हें सत्ता से बेदखल करने का मन बना चुकी है।
नीतीश कुमार की सत्ता की चिंता
प्रशांत किशोर ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब सत्ता से हटने को तैयार नहीं हैं और भाजपा भी उन्हें हटाने में असमर्थ है। उन्होंने कहा कि भाजपा की मजबूरी है कि अगर उसे केंद्र की सत्ता में बने रहना है तो नीतीश कुमार को बिहार की सत्ता में बनाए रखना होगा। वहीं, अगर भाजपा बिहार की सत्ता अपने हाथ में लेना चाहती है, तो उसे केंद्र की सत्ता को जोखिम में डालना होगा। इस राजनीतिक समीकरण के कारण भाजपा और जेडीयू एक-दूसरे पर निर्भर हैं, लेकिन जनता अब इस खेल को समझ चुकी है और अगली बार अपने वोट से स्पष्ट संदेश देगी।
जनता में नाराजगी और विकास की अनदेखी
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे केवल राजनीतिक समीकरण साधने में व्यस्त हैं और बिहार के वास्तविक विकास की ओर उनका ध्यान नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री पीएम मोदी के साथ मंच साझा तो करते हैं, लेकिन बिहार के औद्योगिक विकास पर कोई ठोस मांग नहीं रखते। गुजरात में नए उद्योगों की स्थापना पर चर्चा होती है, लेकिन बिहार में नई फैक्ट्रियां लगाने की कोई ठोस योजना नहीं बन रही। बिहार के युवा बेरोजगारी से जूझ रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी समस्याओं के समाधान के लिए गंभीर नहीं दिख रही।
नीतीश कुमार के खिलाफ जनता का असंतोष
प्रशांत किशोर ने दावा किया कि बिहार की जनता अब नीतीश कुमार के कामकाज से पूरी तरह से नाखुश है। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री वास्तव में बिहार के विकास को लेकर चिंतित होते, तो वे हर जिले में फैक्ट्रियों की स्थापना की मांग करते। उन्होंने जनता से सवाल किया कि क्या उन्होंने किसी अखबार में यह खबर पढ़ी है कि नीतीश कुमार बिहार के उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार से कोई विशेष आग्रह कर रहे हैं? प्रशांत किशोर का मानना है कि बिहार की जनता अब इस राजनीतिक खेल को समझ चुकी है और आगामी चुनावों में ऐसा निर्णय लेगी जिससे नीतीश कुमार के लिए सत्ता में वापसी के रास्ते बंद हो जाएंगे।
अगले चुनावों पर प्रभाव
प्रशांत किशोर का यह बयान ऐसे समय में आया है जब बिहार की राजनीति में नए समीकरण बन रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि जनता अब बदलाव चाहती है और अगले चुनावों में यह असंतोष साफ दिखाई देगा। उनका मानना है कि अगर बिहार को आगे बढ़ाना है, तो सरकार को केवल राजनीतिक समीकरण नहीं, बल्कि राज्य के विकास पर ध्यान देना होगा। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो जनता सत्ता में बड़े बदलाव का संकेत देगी। अंत में, प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब जनता उन्हें ऐसा सबक सिखाएगी कि उनकी सत्ता में वापसी असंभव हो जाएगी।

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