निर्दलीय सुमित सिंह के आवास पहुंचे अशोक चौधरी,मांगा नीतीश के लिए समर्थन
पटना।बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद प्रदेश में सरकार गठन को लेकर कवायद जारी है। विधानसभा चुनाव परिणाम के मुताबिक राज्य की सबसे बड़ी पार्टी राजद है।वहीं एनडीए में भाजपा के सीट जदयू से लगभग दोगुनी हो गई है। हालांकि एनडीए ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ा है।इसलिए नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री बनना तय माना जा रहा है।इसी क्रम में महागठबंधन भी प्रदेश में सरकार के गठन के लिए ताना-बाना बुनने में मशगूल है।राजधानी में जारी राजनीतिक घटनाक्रमों के बीच आज पूर्व मंत्री अशोक चौधरी सीएम नीतीश के लिए समर्थन मांगने निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह के आवास पर पहुंचे।ज्ञात हो कि सुमित कुमार सिंह चकाई से निर्दलीय जीतने वाले बिहार के इकलौते निर्दलीय विधायक हैं।चुनाव के पूर्व तक जदयू में रहे सुमित सिंह को जदयू के टिकट का पूरा भरोसा था।मगर अंतिम समय में सिंबल मिलने के एक दिन पहले उन्हें पार्टी के द्वारा बड़ा धोखा दिया गया।उनके स्थान पर राजद से आए विधान पार्षद संजय प्रसाद को जदयू ने टिकट दिया।जो तीसरे स्थान पर रहें।कहा जाता है कि संजय प्रसाद को चकाई से जदयू का टिकट सांसद ललन सिंह के वजह से प्राप्त हुआ। जदयू से टिकट नहीं मिलने पर सुमित सिंह निर्दलीय मैदान में उतरें तथा चकाई से जीत हासिल की।अब निर्दलीय सुमित का समर्थन पाने के लिए महागठबंधन तथा एनडीए में होड़ मची हुई है।सुमित बिहार की राजनीति के सर्वाधिक कद्दावर नेताओं में पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह के पुत्र हैं। 2005 में नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने में नरेंद्र सिंह की अहम भूमिका थी।वहीं राजद सुप्रीमो लालू यादव के साथ नरेंद्र सिंह के स्कूली जीवन से मित्रता जगजाहिर हैं।ऐसे में पूर्व मंत्री अशोक चौधरी आज निर्दलीय सुमित सिंह के आवास पर पहुंचे।दोनों के बीच मंत्रणा हुई।इस मौके पर विधायक सुमित सिंह ने कहा कि चकाई के मतदाता मालिकों के निर्णय के बाद ही तय कर पाएंगे कि उन्हें किस गठबंधन के साथ जाना है।