चीन में जन्मा कोरोना का नया वेरिएंट फिर मचा सकता है दुनिया में तबाही, एक्सपर्ट्स का अलर्ट जारी
नई दिल्ली। चीन में कोरोना पाबंदियों को हटाने के बाद से कोविड के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। आलम यह है कि अस्पतालों में मरीजों की भीड़ है और मौतों के आंकड़े भी बढ़ रहे हैं। दवाओं की कमी पड़ रही है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि चीन में रोजाना सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है। अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी पड़ रही है। अभी तक बताया जा रहा है कि चीन में ओमिक्रॉन के bf.7 वेरिएंट की वजह से केस बढ़ रहे हैं, लेकिन जिस हिसाब से रोजाना नए मामलों में इजाफा हो रहा है उससे एक्सपर्ट्स की चिंता बढ़ गई है। महामारी विशेषज्ञों का कहना है कि चीन में जिस हिसाब से कोविड बढ़ रहा है उससे आशंका है कि इस देश में कोरोना का कोई नया खतरनाक वेरिएंट आ चुका है। लेकिन चीन अभी इसकी जानकारी नहीं दे रहा है। वही जिस हिसाब से चीन में कोरोना बढ़ रहा है उससे इस बात की आशंका है कि वहां कोरोना का कोई नया वेरिएंट आ चुका है। क्योंकि केस और हॉस्पिटलाइजेशन इतनी तेजी से तभी बढ़ता है जब नया वेरिएंट हो। पुराने किसी वेरिएंट से ऐसा खतरनाक असर होने का खतरा कम रहता है। डॉ कहते हैं कि चीन में कोविड के बढ़ने के कारण जापान और अमेरिका में भी केस काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। चिंता की बात यह है कि हॉस्पिटलाइजेशन में भी काफी इजाफा हो रहा है। ऐसे में सभी देशों को अब सतर्क रहने की जरूरत है।
दुनियाभर में फिर से फैल सकता है कोविड
डॉ जुगल किशोर का कहना है कि चीन से अब दुनिया के कई देशों में कोविड के फैलने का खतरा काफी बढ़ गया है। ऐसे में विश्व स्तर पर अब वायरस को फिर से काबू में करने के लिए प्रयास करना होगा। क्योंकि अगर चीन में कोई नया वेरिएंट है और वह काफी संक्रामक हुआ तो फिर से कोविड के केस दुनियाभर में बढ़ सकते हैं। ऐसे में भारत के लोगों को सलाह है कि वे कोविड को लेकर अब सतर्क रहें। चूंकि नया साल आ रहा है तो लोग पार्टी करेंगे। ऐसे में कोविड पैर पसार सकता है। अब जरूरी है कि कोरोना को लेकर सावधान रहें और इससे बचाव के नियमों का पालन करें। वही केंद्र सरकार ने जीनोम सीक्वेंसिग बढ़ाने का निर्देश दिया है। सीक्वेंसिंग बढ़ाने से समय पर नए वेरिएंट की पहचान हो सकेगी, जिससे वायरस के बढ़ते प्रभाव को काबू में किया जा सकेगा। फिलहाल जरूरी ये है कि बाहर से आने वाले लोगों के टेस्ट किए जाएं और सभी राज्यों में कोविड जांच को फिर से बढ़ाएं।