नीरज मुखिया हत्याकांड : दो दिन बाद भी शूटरों और साजिश रचने वालों को नहीं पकड़ पायी पटना पुलिस, समर्थकों में गुस्सा
फुलवारी शरीफ। रामपुर फरीदपुर पंचायत के नवनिर्वाचित नीरज मुखिया हत्याकांड में 2 दिनों बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। पेशेवर शूटरों और हत्याकांड की साजिश रचने वाले पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। मुखिया के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होने से परिवार के लोगों में दहशत का आलम है। वहीं मुखिया के समर्थकों में गुस्से का माहौल है। नीरज मुखिया हत्याकांड के तीसरे दिन भी रामपुर फरीदपुर बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं मुखिया के परिवार वालों से मिलने आने वालों का तांता लगा हुआ है। परिवार वालों का कहना है कि पुलिस प्रशासन जल्द से जल्द मुखिया जी के हत्यारों को गिरफ्तार करें। वहीं मुखिया जी के पंचायत के आम जनता में पुलिस प्रशासन के प्रति गहरा आक्रोश का माहौल है।
लोगों का मानना है चुनावी रंजिश में ही नीरज मुखिया की हत्या की गई, उसके बावजूद पुलिस प्रशासन सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद भी किसी भी पेशेवर शूटर तक नहीं पहुंच पाई। हालांकि नीरज मुखिया हत्याकांड में उनकी पत्नी रुपा देवी अज्ञात अपराधियों के खिलाफ चुनावी रंजिश में हत्या कराए जाने का एफआईआर दर्ज करायी है। मालूम हो कि नीरज मुखिया की हत्या के बाद उनके प्रतिद्वंदी प्रत्याशी अपने-अपने घर बार छोड़कर फरार हो चुके हैं। पुलिस की विशेष एसआईटी टीम बेऊर जेल से लेकर नौबतपुर, खगौल, बिहटा समेत आसपास के पेशेवर अपराधियों की लिस्ट तैयार कर मुखिया हत्याकांड को सुलझाने में जुटी हुई है।
वहीं पुलिस सूत्रों की मानें तो नीरज मुखिया हत्याकांड में पुलिस टीम बहुत जल्द अपराधियों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा करेगी। हालांकि एएसपी फुलवारी मनीष कुमार सिन्हा ने कहा कि नीरज मुखिया हत्याकांड पुलिस टीम अपना काम कर रही है, अभी कुछ भी नहीं बताया जा सकता है।