मंत्री मदन सहनी के पक्ष में उतरे नीरज कुमार बबलू, कहा- इस मामले को गंभीरता से लें मुख्यमंत्री
पटना। नीतीश सरकार में अफसरशाही पर लगे आरोप को लेकर बढ़ा सियासी बावल थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। उस बीच मंत्री नीरज कुमार बबलू भी मंत्री मदन सहनी के पक्ष में आ गए हैं। मंत्री ने कहा है कि इस मामले को मुख्यमंत्री गंभीरता से लें। अधिकारियों पर अगर मनमानी का आरोप लगा है तो मुख्यमंत्री को तत्काल इसको लेकर कोई एक्शन लेना चाहिए।
मंत्री नीरज कुमार बबलू ने कहा है कि कभी-कभी ऐसा होता है कि अधिकारी मनमानी करते हैं। मैंने अपने विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वह मीडिया से बात ना करें। मंत्री नीरज बबलू ने कहा है कि जनप्रतिनिधियों का सम्मान होना चाहिए और अफसरशाही कहीं से भी सरकार के लिए ठीक नहीं है।
मंत्री नीरज कुमार बबलू ने कहा है कि सरकार के भले ही कई मंत्री नाराज ना हो लेकिन अगर कोई एक मंत्री भी नाराज हैं। तो यह सरकार के लिए अच्छी बात नहीं है। नीरज बबलू ने कहा है कि सरकार चलाना मंत्रियों का काम होता है। सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी देना भी मंत्रियों के अधिकार क्षेत्र में है और अगर मंत्रियों के अधिकार क्षेत्र का हनन होगा तो यह अच्छी बात नहीं है। अगर कोई अधिकारी मंत्री का साथ दे रहा है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मामले को तुरंत मुख्यमंत्री जी को गंभीरता से लेना चाहिए।
मंत्री नीरज बबलू ने कहा है कि कुछ मंत्री ऐसे हैं, जो नए आइडियाज के साथ काम करना चाहते हैं। लेकिन अगर अधिकारी साथ ना दें और पेंच फंसा कर काम में अड़ंगा लगाएं तो यह दुर्भाग्यपूर्ण होगा। नीरज बबलू ने कहा कि कहीं ना कहीं से ऐसी बात आती रहती है। अफसरशाही को ले करके अगर जदयू कोटे के मंत्री आरोप लगा रहे हैं। तो कहीं ना कहीं जरूर कोई बात होगी। वह भाजपा कोटे से मंत्री हैं। अगर उनकी तरफ से कोई बात कही जाती तो संभव है। इस पर कोई और नजरिया लगाया जाता लेकिन जदयू के मंत्री ही आरोप लगा रहे हैं।