रोहिणी आचार्य का एनडीए पर हमला, कहा- नॉट डिपेंडेबल अलायंस, यहां सपने देखने वालों की भीड़

पटना। बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमाई हुई है, जहां सत्ताधारी एनडीए और विपक्षी महागठबंधन के बीच बयानबाजी का सिलसिला तेज हो गया है। आने वाले 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं, और इसी क्रम में नेता एक-दूसरे पर तीखे हमले करने से भी नहीं चूक रहे। हाल ही में आरजेडी की वरिष्ठ नेता और लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने एनडीए पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट करते हुए एनडीए के नेताओं पर तंज कसा और गठबंधन की स्थिरता पर सवाल खड़े किए।
एनडीए को बताया ‘नॉट डिपेंडेबल अलायंस’
रोहिणी आचार्य ने अपनी पोस्ट में एनडीए का नया फुलफॉर्म गढ़ते हुए उसे ‘नॉट डिपेंडेबल अलायंस’ यानी ‘भरोसे के लायक नहीं’ करार दिया। उन्होंने इशारों-इशारों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए लिखा कि इस गठबंधन में वही नेता आगे किए जा रहे हैं, जिनकी मानसिक स्थिति स्थिर नहीं है या जिनका “दिमागी स्क्रू ढीला हो चुका है।” इस बयान के जरिए उन्होंने नीतीश कुमार की हाल की राजनीतिक गतिविधियों और निर्णयों पर कटाक्ष किया है, जिसमें उन्होंने बार-बार पाला बदलते हुए अपने पुराने विरोधियों से गठबंधन किया है।
सपने देखने वालों की भीड़ का तंज
रोहिणी यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने एनडीए के नेताओं को ‘मुंगेरीलाल’ की संज्ञा दी, जो केवल हसीन सपने देखते हैं, लेकिन ज़मीनी हकीकत से कोसों दूर हैं। उनका कहना है कि यह गठबंधन सिर्फ सपनों और खोखले वादों पर टिका है, जिसकी कोई ठोस आधारशिला नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि इस गठबंधन में नेताओं के बीच भरोसे की कमी है और हर कोई एक-दूसरे को पीछे धकेलने और मौका मिलने पर ‘पीठ में खंजर’ घोंपने की फिराक में रहता है।
राजनीतिक समीकरणों में बदलाव की आहट
बिहार की राजनीति में गठबंधन और विघटन कोई नई बात नहीं है। पिछले कुछ वर्षों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई बार अपने राजनीतिक रुख में बदलाव कर चुके हैं। कभी आरजेडी और कांग्रेस के साथ महागठबंधन में रहते हुए उन्होंने एनडीए का विरोध किया, तो कभी भाजपा के साथ हाथ मिलाकर सत्ता में भागीदारी निभाई। इस प्रकार के बदलावों ने उनकी राजनीतिक विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं, और विपक्ष इन्हीं बिंदुओं को लेकर उन्हें लगातार घेर रहा है।
विपक्ष की रणनीति और रोहिणी की सक्रियता
रोहिणी आचार्य हाल के समय में राजनीति में खासा सक्रिय हुई हैं। वे सोशल मीडिया पर तीखे और व्यंग्यात्मक पोस्ट करने के लिए जानी जाती हैं। उनकी पोस्ट न केवल विपक्षी नेताओं को कटघरे में खड़ा करती है, बल्कि आरजेडी समर्थकों के बीच भी एक जोश भरती है। यह भी साफ है कि 2025 के विधानसभा चुनावों में वे पार्टी की बड़ी रणनीतिक आवाज बनकर उभर सकती हैं। बिहार में चुनाव भले अभी दूर हों, लेकिन राजनीतिक हलचलें अभी से तेज हो गई हैं। रोहिणी आचार्य की हालिया टिप्पणी सिर्फ एक बयान नहीं, बल्कि आने वाले दिनों में एनडीए के खिलाफ विपक्ष की रणनीति का संकेत है। यह बयानबाजी आने वाले समय में और तीखी होगी, जब राजनीतिक दल जनता के बीच जाकर अपने-अपने एजेंडे को मजबूती से रखने की कोशिश करेंगे। अभी तो यह केवल शुरुआत है।

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