बिग न्यूज़-नए फॉर्मेट में होगा एनपीआर,मगर नहीं मांगे जाएंगे कोई दस्तावेज,गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में दिया बड़ा बयान
अमृतवर्षा सेंट्रल डेस्क।देशभर में सीएए एनपीआर तथा एनआरसी को लेकर हो रहे भारी विरोध के मद्देनजर आज गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा बयान सामने आया है।एनपीआर के मामले पर थोड़ा बैकफुट होते हुए केंद्र सरकार ने कहा कि एनपीआर नए फॉर्मेट पर ही लागू होगा पर किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं मांगे जाएंगे। ज्ञातव्य हो कि कई राज्य सरकारें जिनमें खास तौर पर बिहार जहां भाजपा के गठबंधन से नीतीश कुमार की सरकार है,वहां के विधानसभा में भी एनपीआर के खिलाफ विधेयक पारित किया गया था। गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा सदन में बयान दिए जाने के बाद संभवतः अब एनपीआर के मसले में दादा-परदादा तक के जन्म प्रमाण पत्र को लेकर देशभर में चली आ रही अफवाह बाजी पर विराम लग सकता है।हालांकि एनपीआर के मसले पर केंद्र सरकार भी अब तक स्थिति साफ करने सफल नहीं रही थी। सीएए,एनपीआर और एनआरसी को लेकर देशभर में हो रहे विरोध को देखकर आखिर मोदी सरकार बैकफुट पर आ ही गई। पहले तो सरकार एनआरसी पर पीछे हटी और अब एनपीआर को लेकर भी गृहमंत्री अमित शाह की ओर से बड़ा बयान आया है।अमित शाह ने राज्यसभा में यह साफ कर दिया कि एनपीआर में किसी भी प्रकार की कोई जानकारी ना देने पर किसी को डी यानि संदिग्ध नहीं माना जाएगा।यानि कि जितनी जानकारी आपके पास है उतनी ही जानकारी आप दें,किसी भी हालत में आपका नाम ‘डी’ कॉलम में नहीं होगा। उन्होंने कहा कि एनपीआर की प्रक्रिया विपक्ष के किसी भी सदस्यो को अगर कोई संदेह है तो आप आइए, मैं आपको प्राथमिकता के साथ समय दूंगाबता दें कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए के सहयोगी एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी कई बार एनपीआर को लेकर आपत्ति जताई थी।नीतीश ने कहा था एनपीआर में नए क्लॉज को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है, इसे सरकार को दूर करना चाहिए। वहीं चिराग पासवान ने भी नीतीश कुमार के एनपीआर को पुराने फॉर्मेट में लागू करने के प्रस्ताव का समर्थन किया था।