नंदकिशोर यादव बने विधानसभा के नए अध्यक्ष, एक कार्यकाल में तीन बार चुनाव का रिकॉर्ड बना
पटना। भाजपा के सीनियर लीडर और पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव बिहार विधानसभा के नए स्पीकर चुने गए हैं। सर्वसम्मति से उन्हें अध्यक्ष चुना गया। बजट सत्र का तीसरा दिन है। इधर सीएम नीतीश कुमार सदन के नेता और तेजस्वी नेता विरोधी दल चुने गए हैं। नंद किशोर यादव के निर्वाचन के साथ ही बिहार विधानसभा के किसी एक कार्यकाल में सबसे अधिक अध्यक्ष बनने का रिकॉर्ड भी 17वीं विधानसभा के नाम दर्ज हो गया। इससे पहले इससे पहले नौवीं विधानसभा (1985-90) में शिवचंद्र झा और मो. हिदायतुल्लाह खां अध्यक्ष बने थे। स्पीकर के चुनाव के बाद उन्हें आसन तक ले जाने के लिए सीएम नीतीश और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आगे आए। इस दौरान तेजस्वी ने सदन में नंदकिशोर यादव के पैर छूए। नए स्पीकर चुने जाने पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आपका अभिवादन करता हूं। पहले अध्यक्ष को भी बधाई देता हूं। पुराने नेता हैं, मंत्री रहे हैं। सभी को प्रसन्नता है। आप सब की सहमति है। सत्ता और विपक्ष सभी की बात सुनिएगा, सभी पर ध्यान रखिएगा। खूब अच्छा काम कीजिएगा। आपको अवसर मिला है इसकी खुशी है।
निष्पक्ष होकर सदन चलाइएगा : तेजस्वी यादव
तेजस्वी ने कहा कि मैं अपने दल राष्ट्रीय अध्यक्ष की तरफ से शुभकामनाएं देता हूं। पूरा भरोसा और उम्मीद है कि निष्पक्ष तरीके से सदन चलाएंगे। आपको पूरा अनुभव है। आपके बनने से मुझे प्रसन्नता है। सभी के सहयोग से आप यहां बैठे हैं। विपक्ष आपको भरोसा दिलाता है कि जनता की आवाज़ उठाते रहेंगे। बिहार का विकास हो यही अपेक्षा है, ईमानदारी से जमीनी बात सदन के सामने लाइएगा। आपको लालू प्रसाद की तरफ से भी धन्यवाद। वहीं सम्राट चौधरी ने कहा कि मैं भाजपा की तरफ से बधाई देता ह। आपके पास संगठन और सरकार दोनों का लंबा अनुभव है । निष्पक्ष होकर सदन चले। सभी ने आप पर भरोसा जताया है।
निर्विरोध चुना जाना अच्छी परंपरा: श्रवण कुमार
नंदकिशोर यादव के निर्विरोध चुने जाने को लेकर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा है कि यह अच्छी परंपरा है। बीच में परंपरा टूटी थी। लेकिन, सर्वसम्मति से स्पीकर चुने जाएंगे। लोकतंत्र में यह अच्छी पहल है। सभी माननीय विधायक और एमएलए को शुभकामना देता हूं। ताकि,बिहार और आगे बढ़े। स्पीकर के निर्वाचन के लिए विधानसभा में आज अलग से एक सत्र बुलाया गया है। बजट सत्र के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आज सदन स्थगित था, लेकिन स्पीकर के चुनाव के लिए कार्य मंत्रणा समिति ने आज सत्र बुलाने करने का निर्णय लिया है।
तीसरी बार हो रहा अध्यक्ष का निर्वाचन
2020 के विधानसभा चुनाव के बाद तीसरी बार अध्यक्ष का निर्वाचन हो रहा है। 25 नवंबर 2020 को भाजपा के विजय कुमार सिन्हा अध्यक्ष बने। उनका कार्यकाल 24 अगस्त 2022 तक रहा। 25 अगस्त को 2022 को अवध बिहारी चौधरी अध्यक्ष बने। 12 फरवरी को उनका कार्यकाल समाप्त हो गया। 17वीं विधानसभा में अध्यक्ष बदलने का भी रिकॉर्ड बन रहा है। इससे पहले नौवीं विधानसभा (1985-90) में शिवचंद्र झा और मो. हिदायतुल्लाह खां अध्यक्ष बने थे।
13 फरवरी तक होना था नॉमिनेशन
अध्यक्ष पद की वर्तमान रिक्ति को भरने के लिए 13 फरवरी के दोपहर तक नामांकन करने का समय था। नंद किशोर यादव को छोड़ कर किसी अन्य का नामांकन नहीं आया। एनडीए के 15 विधायकों ने अलग-अलग उनके नाम का प्रस्ताव दिया है। हर एक प्रस्तावक के साथ एक अनुमोदक भी हैं।
अविश्वास प्रस्ताव से हटाए गए थे अवध
राजद के अवध बिहारी चौधरी के विधानसभा अध्यक्ष से हटने के कारण यह रिक्ति हुई है। 12 फरवरी को चौधरी के विरुद्ध पेश अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान हुआ था। प्रस्ताव के पक्ष में 125 और विपक्ष में 112 वोट पड़े थे।