पावर का दुरुपयोग-नगर निगम के स्टाफ पर पटना पुलिस ने बरसाई लाठियां,ड्यूटी पर जा रहा था पाटलिपुत्र
पटना।कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरों के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा लागू किया गया लॉक डाउन को प्रभावी बनाने के लिए पुलिस को मिली छूट का नतीजा भी अब सामने आ रहा है।कुछ स्थानों पर तो बिहार पुलिस की सख्ती ने बेवजह शहर में घूम रहे हैं लोगों को घरों में वापस जाने पर विवश कर दिया।मगर पटना सिटी की गौरीचक में एक नगर निगम कर्मी पुलिस की बेरहमी का शिकार हो गया।विडंबना है कि जब-जब पुलिस को जनहित के लिए सख्ती का छूट दिया जाता है तब-तब पुलिस के द्वारा अधिकारों के दुरुपयोग की खबरें भी सामने आ जाती है।दरअसल गौरीचक थाना के कंसारी शेखपुरा गांव का निवासी अजीत कुमार सिंह आज पटना नगर निगम में अपने लगे हुए ड्यूटी के क्रम में पाटलिपुत्र जा रहा था।रास्ते में 2:00 बजे के करीब गौरीचक के पास पुलिसकर्मियों ने उसे रोक दिया।नगर निगम कर्मी आदित्य ने पुलिसकर्मियों को अपना परिचय पत्र दिखाया तथा अपनी ड्यूटी के संबंध में जानकारी दी। मगर चेकिंग के दौरान वहां उपस्थित पुलिस वालों ने उसकी एक नहीं सुनी।आरोप है कि पुलिस वाले गाली-गलौज पर उतारू हो गए। इतना ही नहीं गाली-गलौज का विरोध करने पर पुलिसकर्मियों ने नगर निगम के स्टाफ अजीत को बुरी तरह मारा-पीटा।पुलिस की पिटाई में अजीत को गहरी चोटें आई है।इस संबंध में नगर निगम कर्मी ने बताया कि पुलिस को परिचय पत्र तथा सभी विवरण देने के बावजूद पुलिस द्वारा उसकी पिटाई की गई। पुलिस की पिटाई से उसका सिर भी फट गया है।गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विदित हो कि लॉक डाउन के परिप्रेक्ष्य में राज्य सरकार के द्वारा आवश्यक वस्तुओं के दुकान,सरकारी कार्यालयों,पेट्रोल पंप तथा मीडिया संस्थानों को लॉक डाउन से मुक्त रखा गया है।ऐसे में नगर निगम के स्टाफ को ड्यूटी पर जाने से रोकने के क्रम में पुलिस कर्मियों के द्वारा इस तरह की पिटाई पुलिस को मिले अधिकारों के दुरुपयोग का ताजातरीन उदाहरण है।बहरहाल नगर निगम कर्मी ने इस मामले का पटना पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही है।देखना होगा कि आखिर वरीय अधिकारी इस घटना पर क्या कार्रवाई करते हैं।