मुजफ्फरपुर में छत से पानी गिरने के विवाद में मां बेटे की हत्या, पड़ोसियों ने मारी गोली
मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के पताही गांव में बुधवार देर रात छत से गिरते पानी को लेकर शुरू हुआ विवाद एक दिल दहला देने वाली घटना में बदल गया। मामूली विवाद ने ऐसा विकराल रूप लिया कि पड़ोसियों ने मां और बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि समाज में छोटी-छोटी बातों पर बढ़ती हिंसा की प्रवृत्ति को भी उजागर किया है। सदर थाना क्षेत्र के पताही गांव के हरि टोला में रहने वाले रोहित कुमार और उनकी मां जानकी देवी का पड़ोसियों के साथ छत से गिरने वाले पानी और नाली को लेकर पिछले कुछ दिनों से विवाद चल रहा था। पड़ोसी लगातार छत से गिरने वाले पानी को लेकर आपत्ति जता रहे थे। बताया जा रहा है कि इसी मुद्दे पर दोनों पक्षों में कई बार कहासुनी भी हुई थी। घटना के समय रोहित और उनकी मां घर में अकेले थे। उनके पिता मदन साह, जो कि वार्ड पार्षद हैं, अपने बड़े बेटे से मिलने रांची गए हुए थे। बुधवार देर रात विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, और पड़ोसियों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस के अनुसार, इस फायरिंग में रोहित कुमार को दो और उनकी मां जानकी देवी को तीन गोलियां लगीं। दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह हत्याकांड रात के समय हुआ, जब आसपास के लोग सो रहे थे। सिटी एसपी विक्रम सिहाग ने बताया कि इस घटना की सूचना देर रात को मिली। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि हत्या के पीछे मुख्य कारण पानी को लेकर हुआ विवाद है। इस घटना ने यह सवाल खड़ा किया है कि छोटे-छोटे विवाद किस तरह समाज में गंभीर अपराधों का कारण बन सकते हैं। छत से गिरने वाले पानी का विवाद, जो कि आपसी बातचीत से सुलझाया जा सकता था, हत्या तक पहुंच गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच पिछले दो-तीन दिनों से लगातार बहस हो रही थी। दोनों परिवारों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए, लेकिन मामला सुलझाने की बजाय और अधिक उलझता चला गया। सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। हत्या में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली गई है, और उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने घटना स्थल से गोलियों के खोखे भी बरामद किए हैं। सिटी एसपी विक्रम सिहाग ने कहा कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस हत्या के पीछे अन्य संभावित कारणों की भी जांच कर रही है। यह घटना सिर्फ एक परिवार के नुकसान तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज को एक गहरी सीख भी देती है। मामूली विवाद को लेकर बढ़ती हिंसा हमारे समाज की एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। बात चाहे पानी का विवाद हो, सड़क पर झगड़ा हो या कोई अन्य मुद्दा, लोग संवाद के बजाय हिंसा का सहारा ले रहे हैं। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए समाज में जागरूकता और समझदारी की जरूरत है। विवादों को आपसी बातचीत या कानूनी प्रक्रिया के जरिए सुलझाने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देना चाहिए। इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन और पंचायत स्तर पर भी ऐसी समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। मुजफ्फरपुर की यह घटना न केवल हृदय विदारक है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है। छोटी-छोटी बातों को लेकर बढ़ता गुस्सा और हिंसा की प्रवृत्ति कहीं न कहीं समाज में संवाद और सहनशीलता की कमी को दर्शाती है। जरूरत है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समाज में सहयोग और संवाद को बढ़ावा दिया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की दुखद घटनाएं न हों।