15 जून तक बिहार में दस्तक देगा मानसून, मौसम विभाग का पूर्वानुमान जारी
पटना। बिहार में इसबार मानसून भी समय से आएगा। हिंद महासागार में एक्टिव लानीना गर्मी के कारण मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि पूरे देश में मानसून समय से आएगा और बारिश सामान्य या सामान्य से अधिक हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम का कहना है कि हिंद महासागर में सरफेस पर गर्मी के कारण प्रभाव पड़ा है। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि हिंद महासागर में जब लानीना एक्टिव होता है तो मानसून प्रभावी होती है। लानीना का मतलब गर्मी से है, गर्मी के कारण ही मानसून का निर्धारण होता है, लेकिन हिंद महासागर में जब अलनीना एक्टिव होता है यानि ठंड होती है तो कम बारिश होती है। ऐसी ही स्थिति में सूखा पड़ता है।
हिंद महासागर में बनी है गर्मी
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार हिंद महासागर में लानीना एक्टिव है। मानसून तक इसके सक्रिए रहने का पूर्वानुमान है। इस कारण से इस बार पूरे देश में अच्छी बारिश होगी। सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार देश में सामान्य बारिश के निर्धारण का गणित भी बदला है। पूर्व में 1961 से 2010 के डेटा के आधार पर सामान्य बारिश का निर्णारण होता था लेकिन अब इसमें बदलाव करते हुए 1997 से 2020 के बारिश के आड़कों के आधार पर सामान्य बारिश का निर्धारण होगा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि नया सामान्य बारिश 868.6 एमएम यानि 87 सेमी है। पूर्व में यह 880.6 एमएम यानि 88 सेमी था। इस बार सामान्य बारिश 868.6 एमएम में 99% बारिश होने का पूर्वानुमान है। देश में 99% रेन फॉल काफी अच्छी स्थिति मानी जा रही है।
बिहार में 13 से 15 जून के बीच मानसून की एंट्री
मौसम विभाग के जानकारों का कहना है कि इस बार मानसून को लेकर जो स्थितियां बन रहीं हैं, इससे यह साफ है कि इस बार बारिश पूरी तरह से सामान्य होगी। मानसून भी 13 से 15 जून के बीच अपने समय से आ जाएगा। वर्ष 2021 में बिहार में 13 जून को यास तूफान के कारण बिहार में जमकर बारिश हुई थी। अब तक का पूर्वानुमान बिहार में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश का है। 2021 में 4 माह के मानसून सीजन जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर में कुल 1044.5 एमएम बारिश हुई थी जो सामान्य बारिश 1017.2 से 27 एमएम यानि 3% अधिक रही। जून में साइक्लोन यास तूफान के कारण पूरे सीजन में सबसे अधिक बारिश हुई थी।