बिहार : केरल के बाद बिहार में मंकीपाक्स का दस्तक, सरकार ने जारी किये निर्देश
पटना। दिल्ली केरल के साथ चार राज्यों में संक्रमित मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बिहार में मंकीपाक्स को लेकर अलर्ट जारी किया है। बिहार के अन्य जिलों को इस बीमारी को देखते हुए गाइडलाइन जरी कर दिया गया है। मंकीपाक्स जैसी महामारी को लेकर विश्व WHO द्वारा हेल्थ इमरजेंसी घोषित करने के साथ दिल्ली और केरल के साथ चार राज्यों में संक्रमित मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बिहार में भी इस बीमारी को लेकर अलर्ट जारी किया है। विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। साथ ही जिलों को इस बीमारी को देखते हुए गाइडलाइन जरी कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने जिलों से कहा है कि हालांकि राज्य में अब तक मंकीपाक्स के संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है। लेकिन प्रदेश के किसी भी हिस्से में ऐसा कोई मामला दिखता है। तो तुरंत इसकी सूचना स्वास्थ्य मुख्यालय को भेजी जाए। राज्य के सर्विलांस अफसर डॉ रणजीत कुमार ने बताया कि मंकीपाक्स का प्रदेश में अब तक कोई भी मामला रिपोर्ट में नहीं आया है। इसके बावजूद जिलों को विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। निर्देश में कहा गया है कि विदेशों से पिछले 21 दिनों में यात्रा कर लौटने वाले व्यक्तियों पर नजर रखी जाए। जिलों को जानकारी दी गई है कि मंकीपाक्स के प्रारंभिक लक्षणों में बुखार के साथ सिरदर्द, कमजोरी, जैसे लक्षण होते हैं। यह एक प्रकार का वायरस है जो बीमारी वाले व्यक्ति के संपर्क में आने से हो सकता है। इस बीमारी के संक्रमित व्यक्ति में चेहरे, हथेलियों व पैरों के तलवे में चकत्ते नजर आने लगते हैं। जिनका असर दो से चार सप्ताह रह सकता है। जिलों से कहा गया है यदि इस प्रकार का कोई भी केस मिलता है तो उसकी संपर्क सूची तैयार की जाए। लक्षण वाले मरीजों को आइसोलेशन में रखने के निर्देश भी दिए गए हैं। जिलों को ऐसे रोगियों के सैंपल संग्रह करने के निर्देश भी दिए गए हैं। सैंपल संग्रह करने के बाद सैंपल को एपेक्स लैब चेन्नई भेजा जाएगा।