विशेष विमान से दिल्ली से पटना लाया गया सुशील मोदी का पार्थिव शरीर, दीघा घाट पर होगा अंतिम संस्कार

पटना। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के दिग्गज नेता सुशील मोदी का पार्थिव शरीर विशेष विमान से पटना एयरपोर्ट पहुंच गया है। जिसके बाद अब राजेन्द्र नगर आवास पर ले जाया जाएगा। जहां लोग अंतिम दर्शन करेंगे, और श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। सुशील मोदी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ पटना के दीघा घाट पर होगा। बिहार विधानसभा, बिहार विधान परिषद और भाजपा कार्यालय में भी सुशील मोदी को श्रद्धांजलि दी जाएगी। हालांकि इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार खराब सेहत के चलते शामिल नहीं हो पाएंगे। उनके आज के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। दुख की इस घड़ी में प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश ने जेसी मोदी से बात कर ढांढ़स बंधाया। जानकारी मिल रही है कि सुशील मोदी के अंतिम संस्कार में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होंगे। वो शाम 4 बजे पटना पहुंचेंगे। आपको बता दें सुशील मोदी बीते कई महीनों से कैंसर से जूझ रहे थे। 13 मई को उन्होने एम्स में अंतिम सांस ली थी। जहां उनका निधन हो गया। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी यूरिनरी ब्लैडर के कैंसर से पीड़ित थे। सोमवार रात 9 बजकर 29 मिनट पर उन्होंने दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली। मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर पटना लाया जाएगा और यहीं अंतिम संस्कार होगा। सुशील मोदी को 9 अप्रैल को एम्स दिल्ली में भर्ती किया गया था। 72 वर्षीय सुशील मोदी अपने पीछे पत्नी जेसी मोदी, दो पुत्र उत्कर्ष तथागत और अक्षय अमृतांशु समेत भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व सीएम लालू प्रसाद आदि ने उनके निधन को देश की राजनीति के लिए अपूर्णीय क्षति बताया है। वहीं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सह उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा सहित बिहार भाजपा के तमाम नेताओं ने उनके निधन गहरा दुख प्रकट किया है। दिल्ली एम्स में चल रहा था इलाज सुशील मोदी दिल्ली एम्स में इलाजरत थे। शुरू में एम्स दिल्ली में डॉक्टर अमलेश सेठ के नेतृत्व में उनका इलाज चला। इसके बाद डॉक्टर रंजीत साहू उनका इलाज कर रहे थे। सुशील मोदी पिछले छह महीने से गले के कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। हालांकि उन्होंने इसी वर्ष 3 अप्रैल को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपनी बीमारी को सार्वजनिक किया था। इसके बाद वे सोशल मीडिया पर सक्रिय भी नहीं रहे। उस समय उन्होंने कहा था कि पीएम को बता दिया है कि वे लोकसभा चुनाव में प्रचार नहीं करेंगे। इससे पूर्व ही पार्टी ने 40 स्टार प्रचारकों में सुशील मोदी को भी शामिल किया था। उनके इस ट्वीट के बाद उम्मीद की जा रही थी कि बेहतर उपचार से स्वस्थ होकर वह राजनीति में फिर से सक्रिय होंगे। लेकिन सोमवार को अचानक से उनके निधन की खबर आ गई। तीन अप्रैल को एक्स पर किए पोस्ट में उन्होंने कहा था कि पिछले छह माह से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूं। अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है। लोकसभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊंगा। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सब कुछ बता दिया है। देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित रहूंगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुशील कुमार मोदी के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। सीएम ने कहा, मैंने आज सच्चा दोस्त और कर्मठ राजनेता खो दिया है। उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर उनके परिजनों, समर्थकों और प्रशंसकों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पार्टी में अपने मूल्यवान सहयोगी और दशकों से मेरे मित्र रहे सुशील मोदी जी के असामयिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है। बिहार में भाजपा के उत्थान और उसकी सफलताओं के पीछे उनका अमूल्य योगदान रहा है। जीएसटी पारित होने में उनकी सक्रिय भूमिका हमेशा याद किया जाएगा।
