February 7, 2025

पंजाब में कांग्रेस विधायक सुखपाल खैहरा ड्रग्स तस्करी मामले में गिरफ्तार, चंडीगढ़ में पुलिस ने पकड़ा

अमृतसर। पंजाब में कपूरथला के भुलत्थ से कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैहरा को गुरुवार सुबह 6.20 बजे चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें गिरफ्तार करने के लिए जलालाबाद पुलिस उनके चंडीगढ़ सेक्टर 5 स्थित निवास स्थान पर पहुंची। पुलिस का कहना है कि उनके खिलाफ ड्रग तस्करी का एक पुराना मामला था, जिस पर कार्रवाई करते हुए उन्हें अरेस्ट किया जा रहा है। जल्द उन्हें जलालाबाद कोर्ट में पेश किया जाएगा। सुखपाल खैहरा को 2015 के एक पुराने ड्रग केस मामले में जांच चल रही थी। इसमें डीआईजी की अगुआई बनी एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर अब उनकी गिरफ्तारी हुई है। इस एसआईटी में दो एसएसपी भी शामिल रहे हैं। जबकि सुखपाल खैहरा का कहना है कि यह एक झूठा केस था, सुप्रीम कोर्ट ने भी उन्हें इस केस में राहत दी है। घर में पुलिस के पहुंचने पर सबसे पहले विधायक खैहरा ने सीनियर अधिकारी की पहचान पूछी। इस पर जवाब मिला कि वे डीएसपी जलालाबाद एआर शर्मा हैं। उनको 2015 एनडीपीएस एक्ट मामले में उनको गिरफ्तार करने आए हैं। इस पूरे घटनाक्रम में खैहरा पुलिस अधिकारियों से बार-बार अरेस्ट वारंट की मांग करते भी दिखे। खैहरा का आरोप है कि पुलिस ने उनको एक घूंट पानी तक नहीं पीने दिया और उसके हाथ से गिलास छीन लिया। जलालाबाद पुलिस ने वर्ष 2015 में मार्केट कमेटी ढिलवां के पूर्व चेयरमैन गुरदेव सिंह सहित 9 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनके कब्जे से 2 किलो हेरोइन, 24 सोने के बिस्कुट, एक देसी .315-बोर पिस्तौल, दो पाकिस्तानी सिम कार्ड और एक टाटा सफारी कार बरामद हुई थी। इस मामले में मार्केट कमेटी ढिलवां के पूर्व चेयरमैन गुरदेव सिंह के साथ कथित संबंधों के कारण खैहरा का नाम सामने आया था।
खैहरा बोले- सीएम का विरोध करता हूं, इसलिए गिरफ्तार किया
सुखपाल सिंह खैहरा ने अरेस्ट से पहले कहा- यह पंजाब में जंगल राज, बदले की भावना से काम किया जा रहा है। क्योंकि मैं सीएम भगवंत मान का विरोध करता हूं, इसलिए मेरे खिलाफ यह कार्रवाई की जा रही है। मेरे पीछे सभी मेरे बेटे के साथ संपर्क कर सकते हैं। सभी से अपील है कि चिंता नहीं करनी। पहले भी 50 इस प्रकार के केस उन पर पड़ चुके हैं। आराम से लडूंगा, मेरे में दम है। पर ये इनकी करतूत देख लो, पुराने 2015 के झूठे केस में चंडीगढ़ से अरेस्ट कर रहे हैं। जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने सम्मन क्रैश किए हुए हैं, रिलीफ मिली हुई है। फिर भी उसी केस में गिरफ्तार किया जा रहा है, जिसमें से कुछ मिला भी नहीं।

 

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