अकबर को गंवानी पड़ी गद्दी, दिया इस्तीफा

‘मी टू’ कैंपेन के जरिए यौन शोषण के कई खुलासे हुए हैं। खुलासों और आरोपों की जद में केन्द्रीय मंत्री एम.जे. अकबर भी आए। मीडिया रिपोर्टस के हवाले से जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक लगातार कई आरोपों के बाद उन्होंने आज इस्तीफा दे दिया है। MeToo अभियान में यौन शोषण का आरोप झेल रहे विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने आज इस्तीफा दे दिया. उन्होंने एक लिखित बयान जारी करके अपना इस्तीफा दिया है. एमजे अकबर ने लिखा है कि उनपर जो भी आरोप लगे हैं वे सब झूठे हैं और वे इनके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ते रहेंगे. उनके इस्तीफे को कांग्रेस ने सही फैसला ठहराया. गौरतलब है कि सबसे पहले एशियन एज अखबार में उनकी जूनियर रही महिला पत्रकार प्रिया रमानी ने उनपर यौन शोषण का आरोप लगाया था. उसके बाद कुल 19 महिलाएं सामने आयीं और उन्होंने एमजे अकबर पर यौन शोषण का आरोप लगाया. यह सभी मामले उस वक्त के हैं जब एमजे अकबर एशियन एज के संपादक थे. जिस वक्त अकबर पर आरोप लगे वे विदेश में थे. स्वदेश लौटने के बाद उन्होंने कहा कि सारे आरोप गलत हैं और उन्होंने प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि का आपराधिक मामला दर्ज कराया.
बावजूद इसके ‘द एशियन एज’ अखबार में काम कर चुकीं 19 महिला पत्रकार अपनी सहकर्मी प्रिया रमानी के समर्थन में आयी और केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया .
