सुपौल में कोरोना मरीज ने टेस्टिंग के दौरान नर्सों के साथ की बदसलूकी, मेडिकल टीम की गाड़ी पर पत्थरबाजी करने की कोशिश
सुपौल। जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीज ने नर्स के साथ बदतमीजी की व टेस्टिंग के दौरान उसे गंदी-गंदी गालियां देकर भाग दिया। घटना के बाद मौके पर पहुंचे आलाधिकारी ने मामले को शांत कराया।
घटना सुपौल जिले के बसंतपुर प्रखंड के वार्ड नंबर 2 की है, जहां हृदयनगर में बसंतपुर पीएचसी की मेडिकल टीम में शामिल एएनएम आरती कुमारी, अनुराधा कुमारी व बबीता कुमारी के साथ एक मरीज ने बदसलूकी की है। बताया जा रहा है कि मेडिकल टीम हृदयनगर में होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज की जांच करने पहुंची थी। इस दौरान मेडिकल टीम की ओर से संक्रमित मरीज की पल्स ऑक्सीमिटर,थर्मल स्कैनर से जांच की गई लेकिन मरीज व उनके परिजन मास्क, सेनेटाइजर और दवा की मांग करने लगे। मरीज ने कहा कि आपलोग सिर्फ जांच के नाम पर खानापूर्ति करने आते हैं व चले जाते हैं जबकि सरकार की ओर से एक संक्रमित मरीज के नाम पर डेढ़ लाख रुपये आता है, जो आपलोग सब मिलकर खा जाते हैं।
मरीज के परिजन बोलते बोलते इस दौरान अपना आपा खो बैठे व मौके पर मौजूद मेडिकल स्टाफ जिसमें एएनएम आरती कुमारी,अनुराधा कुमारी व बबीता कुमारी शामिल के साथ गाली गलौज करने लगे। इस दौरान संक्रमित मरीज व उनके परिजनों ने मेडिकल टीम की गाड़ी पर भी पत्थरबाजी करने की कोशिश की।
घटना को लेकर पीड़ित एएनएम आरती कुमारी, अनुराधा कुमारी औऱ बबीता कुमारी ने बताया कि किसी तरह इस घटना की सूचना अधिकारियों को दी गई, जिसके बाद बसंतपुर बीडीओ और इनके साथ पहुंची पुलिस टीम के वहां पहुंचने पर हमलोगों को वहां से बचाया गया। एएनएम ने कहा कि हमलोगों ने बसंतपुर चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अर्जुन चौधरी व बीडीओ देवानंद कुमार सिंह से सुरक्षा व दोषियों पर कार्रवाई की मांग किए हैं। जबतक हमलोगों की मांगों पर विचार नहीं किया जाएगा तब तक हमलोग अपने कार्यों का बहिष्कार करेंगे।
मामले को लेकर जब केरोना संक्रमित मरीज समोल गुप्ता व उसके भाई संतोष गुप्ता से घटना के बारे में पूछा गया तो उन्हें बताया कि बारिश हो रही थी और वे लोग जांच करने के लिए सड़क पर बुला बुला रही थी। एएनएम की गाड़ी रोड पर थी। वे लोग गाड़ी से नहीं उतर रही थी जबकि मरीज को ही गाड़ी के पास बुला रही थी। नर्सों के पास सिर्फ एक थर्मल स्क्रीनिंग करने वाला यंत्र और पल्स मीटर था। मैं 12 तारीख से करोना से पीड़ित हूं। ये लोग आकर खाली जांच कर चले जाते है न तो कोई दवा देते हैं और न ही मास्क या सेनिटाइजर देते हैं। इसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी। मारपीट या गाली-गलौज की बात बिलकुल झूठी है।
बसंतपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अर्जुन चौधरी ने बताया कि विषम परिस्थितियों में हमारी मेडिकल टीम काम करती है। इस तरह की घटना से उनका मनोबल कमजोर होता है। बीडीओ बसंतपुर देवानन्द कुमार सिंह ने बताया कि हर कोरोना वॉरियर को पूर्ण सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। घटना से संबंधित मामले की जांच की जा रही है। आवश्यकता होने पर दोषी के खिलाफ एफआईआर की जाएगी।