अल्पसंख्यक वोटरों को खुश करने के लिए हिंदुओं के भावनाओं पर चोट कर रहे है लालू-तेजस्वी के मंत्री : नितिन नवीन
पटना। राजद कोटे के मंत्री चंद्रशेखर एक बार सुर्ख़ियों में बने हुए है। बता दे की सनातन धर्म को लेकर एक बार फिर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने एक बार फिर रोहतास में एक कार्यक्रम के दौरान फिर से सनातन धर्म पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मंदिर का रास्ता गुलामी का और शिक्षा प्रकाश का रास्ता है। शिक्षा मंत्री ने राजद विधायक फतेह बहादुर का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी नहीं बल्कि हमारी माता सावित्रीबाई फुले की बात को दोहराया था। उनके इस बयान पर बिहार में सियासत तेज हो गई है। BJP विधायक नितिन नवीन ने इसे लालू व तेजस्वी की साजिश बताया। भाजपा विधायक ने आगे कहा कि एक तरफ तेजस्वी यादव बालाजी का दर्शन करके बाल मुड़वाते हैं तो दूसरी तरफ अल्पसंख्यक वोट के लिए अपने विधायक से रामचरितमानस, प्रभु श्रीराम व मंदिर को लेकर गलत बयानबाजी करवा रहे हैं। वह कहीं से भी ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें माय समीकरण की चिंता है लेकिन वह कान खोलकर सुन लें कि माय समीकरण तो अब उसके साथ है ही नहीं। जिस तरह से वह व्यवहार कर रहे हैं धीरे-धीरे अल्पसंख्यक वोटर भी उन्हें शक की निगाह से देख रहे हैं।
नितिन नवीन ने आगे कहा कि प्रभु श्री राम या रामचरितमानस को लेकर जो बात RJD के विधायक कर रहे हैं, वह कहीं से भी उचित नहीं है। हिंदू समाज के लोग कहीं से भी इसे ठीक नहीं मान रहे हैं। लगातार हिंदुओं के भावनाओं पर चोट राजद के विधायकों द्वारा किया जा रहा है और उनके नेता चाहे वह तेजस्वी यादव हो या फिर लालू यादव हो सब चुप्पी साधे हुए हैं। वही इसका मतलब साफ है कि इन्हीं लोगों के शह पर राजद के विधायक प्रभु राम, रामचरितमानस और मंदिरों को लेकर इस तरह अनर्गल बयान बाजी कर रहे हैं। यह सब अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए किया जा रहा है। रविवार को राजद की ओर से डेहरी में सावित्रीबाई फुले जयंती समारोह का आयोजन किया गया था। वही इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के साथ ही राजद विधायक फतेह बहादुर भी मौजूद थे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि राजद विधायक द्वारा दिये गये बयान का बचाव करते हुए कहा कि फतेह बहादुर की जीभ की कीमत लगायी गयी है। उन्होंने आगे कहा कि एकलव्य का बेटा अंगूठा दान नहीं देगा, जवाब देगा। शहीद जगदेव प्रसाद का बेटा अब आहुति नहीं देगा, अब आहुति लेना जानता है।