बिहार में पहली बार माइक्रोवेव ऐबलेसन विधि से हुआ कैंसर का इलाज, खर्च भी कम
पटना (संतोष कुमार)। अब लिवर कैंसर के मरीजों को उपचार कराने के लिए दिल्ली, मुंबई नहीं जाना पड़ेगा क्योंकि डॉ. अरविंद व डॉ. राकेश मेहरा की टीम द्वारा अब पटना में भी अत्याधुनिक तकनीक से सफल इलाज संभव है। बुद्धा कैंसर सेन्टर व सरिता डयग्नोस्टिक, पटना के डॉक्टरों द्वारा बिहार-झारखण्ड में पहली बार अत्याधुनिक तकनीक द्वारा लिवर कैंसर का सफल इलाज किया गया है। इस तकनीक का नाम माइक्रोवेव रेेेेडियो फ्रीक्वेंसी ऐबलेसन है। उक्त बातें गुरुवार को एक रेस्टॉरेंट में आयोजित प्रेस-वार्ता को सम्बोधित करते हुए सरिता डायग्नोस्टिक, पटना के इंटरवेंशनल रेडियोलाजिस्ट डॉ. राकेश मेहरा ने कहीं। उन्होंने कहा कि इस विधि में अत्याधुनिक मशीन से उत्पन किरणों के द्वारा कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है। बिहार और झारखण्ड में यह पहली अत्याधुनिक मशीन है। इस तकनीक से इलाज में एक से डेढ़ लाख रुपए का खर्च आता है।
वहीं मीडिया को सम्बोधित करते हुए बिहार के प्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ व बुद्धा कैंसर सेंटर के प्रमुख चिकित्सक डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि हमारे राज्य में लिवर कैंसर सामान्य हो गयी हैै, जो कि बहुत बड़ी जानलेवा बीमारी है। अगर प्रारंभिक स्टेज में यह कैंसर होता है तो आमतौर पर सर्जरी द्वारा इसका इलाज किया जाता है। मगर लिवर कैंसर की सर्जरी बहुत ही कठिन, लम्बी और बहुत ही महंगी होती है और इससे मरीज के जान को खतरा भी अधिक रहता है। उन्होंने कहा कि यह सर्जरी कमजोर, बूढ़ों और अन्य किसी बीमारी से ग्रसित लोगों में नहीं हो सकती है। ऐसे मरीजों के लिए खासकर माइक्रोवेव ऐबलेसन काफी फायदेमंद एवं सुरक्षित है।
इस तकनिकी के द्वारा जिस मरीज का इलाज किया गया है, उसे हेपेटिटिस बी के कारण लिवर कैंसर हुआ था। उस मरीज की दोनों किडनी खराब हो गयी थी, जिसके कारण लिवर कैंसर की सर्जरी करना उनके लिए जानलेवा साबित हो सकती थी। विगत 3 नवंबर को हमारे विशेषज्ञों द्वारा माइक्रोवेव ऐबलेसन तकनीकी से उनके लिवर के कैंसर को मात्र 15 मिनट में ठीक कर दिया गया। इलाज करने वाले चिकित्सकों में बुद्धा कैंसर सेंटर के डॉ. अरविन्द कुमार, डॉ ब्रजेश चौधरी, अनिल, सरिता डायग्नोस्टिक के डॉ. राकेश मेहरा, डॉ. पल्लवी मेहरा, डॉ. धीरज एवं दिल्ली के सीनियर इंटरवेंशनल रेडियोलाजिस्ट डॉ. सीपीएस चौहान शामिल थे।