सफाईकर्मियों का मौर्यलोक परिसर में 20 को प्रदर्शन : निगम ने लगाया धारा 144, कर्मियों ने कहा- हम गीदड़ भभकी से नहीं डरने वाले
पटना। निगमाकर्मियों ने विभिन्न मांगों को लेकर आज मौर्यलोक परिसर में धरना-प्रदर्शन किया है। वही पटना नगर निगम कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति ने जिला प्रशासन और अनुमंडलाधिकारी द्वारा मौर्यलोक परिसर में धारा 144 लगाने की कड़ी निंदा की है। वही समन्वय समिति ने निगम प्रशासन के चुनौती दी है और कहा कि पटना नगर निगम के 8 हजार कर्मी 20 सितम्बर को मौर्यलोक परिसर में ही प्रदर्शन और आम सभा भी करेंगे। वही समन्वय समिति के अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश सिंह ने कहा कि हड़ताल का खौफ नगर निगम प्रशासन और निगम बोर्ड को इतना सता रही है कि वो मौर्यलोक परिसर में 144 लगाकर आंदोलन को बाधित करने का प्रयास कर रहे हैं। फिर भी समन्वय समिति भी नगर आयुक्त और निगम बोर्ड को चुनौती देता है कि धरना प्रदर्शन मौर्यलोक परिसर में ही करेंगे, क्योंकि निगम मुख्यालय मौर्यलोक परिसर में ही है। निगमाकर्मियों ने कहा की 20 सितम्बर के प्रदर्शन में ही निगम प्रशासन को ये एहसास करा देंगे कि उनके दमन की नीति सफल होगी या कर्मियों की फौलादी संघर्ष का जज्बा। समन्वय समिति के नेताओं ने कहा है कि निगम प्रशासन दमन की गीदड़ भभकी देने की बजाय कर्मियों के मांग को पूरा करे। उन्होंने साफ कह दिया है की दैनिक मजदूरों की नियमतीकरण और आउटसोर्सिंग व्यवस्था की समाप्ति तक हड़ताल जारी रहेगा। प्रशासन के दमन का सामना करने और जेल नापने को इस बार सभी निगम कर्मी कमर कसे हुए हैं। मजदूरों की क्या ताकत होती है ये नगर आयुक्त, महापौर सहित निगम बोर्ड और राज्य सरकार को भी इसका एहसास करवा देंगे।
परिसर के अंदर प्रदर्शन पर रोक
बता दे की मौर्यलोक कॉम्प्लेक्स के अंदर किसी भी प्रकार का बिना अनुमति धरना-प्रदर्शन, जुलूस और बिना परमिशन लाउड स्पीकर बजाने पर रोक लगा दी गई है। PMC ने कल इस संबंध में आदेश जारी किया था। निगम द्वारा कहा गया था कि एल मौर्यलोक व्यवसायिक परिसर के अंदर काफी संख्या में सरकारी अर्धसरकारी तथा निजी संस्थानों के कार्यालय व व्यवसायिक प्रतिष्ठान है, जहां धरना प्रदर्शन के कारण कार्यों में व्यवधान उत्पन्न होता है। वही इस तरह के लगातार धरना प्रदर्शन किए जाने एवं बिना अनुमति लाउड स्पीकर का उपयोग करने के कारण सरकारी कार्य बाधित होता है।