पटना में भाकपा माले ने नए आपराधिक कानून के खिलाफ निकाला प्रतिवाद मार्च
- अंग्रेजी काल के कानून से भी ज्यादा खतरनाक नए आपराधिक कानून: रामबली प्रसाद
फुलवारीशरीफ, (अजीत)। राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी लेनिनवादी ने केंद्र सरकार के द्वारा लाये गए नए आपराधिक कानून के खिलाफ आक्रोषपूर्ण प्रतिवाद मार्च निकाला। ईसापुर से गुलिस्तान मोहल्ला खानकाह मोड़ ग्वाल टोली चुनौती कुआँ शहीद भगत सिंह चौक तक प्रतिवाद जो मार्च निकाला गया। शहीदे आजम भगत सिंह चौक पर सभा में उमड़े गरीब गुरबा जनता को संबोधित करते हुए भाकपा माले राज्य कमेटी के सदस्य रामबली प्रसाद ने कहा कि देश की नरेंद्र मोदी सरकार तानाशाही रवैया अपनाते हुए कानून से खिलवाड़ कर रही है। नए कानून में पुलिस को ज्यादा ताकतवर बनाया गया है ताकि गरीब आम जनता किसान मजदूर भाइयों पर दमनकारी नीति के जरिए जेल में डाला जा सके। कामरेड रामवली प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा तीन कानुन को लाना पुलिस को विशेष अधीकार देना जनता के स्वतंत्र अधीकार पर हमला हैं। पुलिस इस नए कानून के जरिए आम जनता आंदोलनकारी को अपने हक की आवाज उठाने वाले लोगों को जांच के नाम पर कई महीना तक जेल में डाल सकती है। इतना ही नहीं कोर्ट में ऐसे मामलों में जमानत भी नहीं मिलेगा। भाकपा माले सड़क से लेकर सदन तक नए अपराधी कानून जो गरीब जनता के हक अधिकार से खिलवाड़ करती है उसके खिलाफ आवाज बुलंद करती रहेगी। माले नेताओं ने बताया कि नए आपराधिक कानून औपनिवेशिक काल के कानुनों से भी ज्यादा दमनकारी है।प्रतीवाद मार्च का नेतृत्व भाकपा माले प्रखंड सचीव गुरुदेव दास साधु शरन प्रसाद देवी लाल पासवान अनील कुमार चंद्र वंशी मंटु साह मो. सफीक भाइ युवा पंचायत अध्यक्ष नौलेश प्रसाद यादव राजद के राम अयोध्या शर्मा समय तो बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।