एनएसआईटी में विज्ञान दिवस का हुआ आयोजन, कुलपति ने छात्रों को दिया मेहनत का मंत्र

बिहटा। पटना स्थित नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनएसआईटी) में शुक्रवार को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम संस्थान के सभागार में संपन्न हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में शिक्षकों, छात्रों और संस्थान के अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में छात्रों को प्रोत्साहित करना और नवीनतम वैज्ञानिक खोजों से उन्हें अवगत कराना था।
कुलपति ने छात्रों को दिए सफलता के मंत्र
इस आयोजन में नेताजी सुभाष ग्रुप के चेयरमैन और नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एम.एम. सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि मेहनत, अनुशासन और अच्छे संस्कार ही सफलता की कुंजी हैं। उन्होंने छात्रों को विज्ञान और तकनीकी नवाचारों के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी और कहा कि अगर विद्यार्थी पूरे मन से प्रयास करें, तो वे विज्ञान के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू सकते हैं।
शिक्षाविदों का मार्गदर्शन और विज्ञान की महत्ता
संस्थान के रजिस्ट्रार कृष्ण मुरारी ने भी छात्रों को विज्ञान के महत्व को समझाते हुए कहा कि आधुनिक तकनीक के माध्यम से छात्र अपने भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं। उन्होंने जोर दिया कि विज्ञान केवल पढ़ाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन के हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा, शैक्षणिक अध्यक्ष डॉ. जे. दलाई, अनिरुद्ध प्रसाद सिंह और पवन सिंह सहित अन्य शिक्षकों ने भी छात्रों को प्रेरणादायक संदेश दिए।
पोस्टर और प्रोजेक्ट प्रतियोगिता का आयोजन
कार्यक्रम के दौरान पोस्टर और प्रोजेक्ट प्रस्तुति प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने विज्ञान और तकनीक से जुड़े अपने अनूठे विचार प्रस्तुत किए। इन प्रतियोगिताओं में छात्रों ने अत्यंत रुचि दिखाई और अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। विजेताओं को चेयरमैन और रजिस्ट्रार ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया, जिससे छात्रों में आत्मविश्वास और अधिक बढ़ गया।
कार्यक्रम का समापन और भविष्य की प्रेरणा
एनएसआईटी हमेशा से ही अपने छात्रों के उज्जवल भविष्य के लिए इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करता रहा है। इससे छात्रों में न केवल वैज्ञानिक सोच का विकास होता है, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है। कार्यक्रम के सफल समापन के दौरान आयोजकों ने धन्यवाद ज्ञापन दिया और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन का आश्वासन दिया। यह आयोजन छात्रों के लिए न केवल ज्ञानवर्धक रहा, बल्कि उन्होंने इसमें भाग लेकर विज्ञान के प्रति अपनी रुचि को और अधिक प्रबल किया।
