February 6, 2025

दिल्ली में हम पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन में बोले मांझी, नीतीश कुमार इंडिया से फिर मारेंगे पलटी

  • दिल्ली में हम पार्टी के अधिवेशन में 7 प्रस्ताव पेश, गठबंधन में सम्मानजनक समझौता करने पर बनी सहमति

नई दिल्ली/पटना। पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्यूलर) का राष्ट्रीय अधिवेशन दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में हुआ। अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार सुमन ने की। अधिवेशन में लोकसभा चुनाव में पार्टी और गठबंधन दलों की जीत का शंखनाद किया गया। बिहार की सभी 40 सीटें एनडीए की झोली में डालने का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर जीतन राम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार फिर से पलटने की सोच सकते हैं और अगर वे एनडीए में आते हैं तो उन्हें कोई ऑब्जेक्शन नहीं होगा। पार्टी के संरक्षक पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार का जैसा चरित्र रहा है उसके लिए लालू प्रसाद ने उन्हें पलटूराम का नाम दिया है। जब वे पलटूराम रहे ही हैं और एक बार अपना चरित्र जब समाज को दिखा दिया है तो दो, बार, तीन बार, चार बार पलटने में क्या दिक्कत हो सकती है। इसलिए ये हो सकता है कि फिर पलटी मारें। वे अगर एनडीए गठबंधन में आते हैं और एनडीए की बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी उन्हें फिर से स्वीकार कर लेती है तो हम कोई ऑब्जेक्शन नहीं करेंगे।
नीतीश कुमार जब हमको टॉलरेट नहीं कर सके तो तेजस्वी को सीएम कैसे बनाएंगे
उन्होंने कहा कि चिराग पासवान ने पटना में दही-चूड़ा भोज दिया था। हमने और उपेन्द्र कुशवाहा ने जाकर उसका स्वाद लिया था। वहीं तय हुआ था कि दही-चूड़ा से काम नहीं चलेगा, इसके बाद खिचड़ी भी खाई जाए। तय हुआ कि दिल्ली में खिड़ची खाई जाए। हमलोगों ने दिल्ली में खिचड़ी खाई है। बात यही हुई है कि हमलोग हर हाल में एनडीए को साथ देंगे। नरेन्द्र मोदी के हाथ को मजबूत करेंगे। नीतीश कुमार ये आश्वासन देकर आए थे कि तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाएंगे, लेकिन जब नीतीश कुमार, जीतन राम मांझी को टॉलरेट नहीं कर पाए तो वे किसी के साथ नहीं निभा पाएंगे।
कहां सेनापति बनाने की बात थी और सिपाही बनाने की बात होने लगी
आज जिस प्रकार राजद के दबाव से नीतीश कुमार विचलित हैं और वे चाहते रहे कि उन्हें गठबंधन इंडिया में प्रधानमंत्री का फेस बनाया जाए। लेकिन पटना में ही लालू प्रसाद ने इशारा कर दिया था राहुल गांधी को कि आप शादी करो हम बारात में जाएंगे। उसी दिन नीतीश कुमार को समझ जाना चाहिए था। लेकिन नीतीश कुमार ने समझने में देर कर दी। जब बेंगलुरू में बैठक हुई, मुंबई में हुई, दिल्ली बैठक आते-आते नीतीश कुमार की शंका दूर हो गई। खरगे को घोषित कर दिया गया कि वही अध्यक्ष होंगे। नीतीश कुमार को कन्वेनर बनाने की बात हुई। कहां सेनापति बनाने की बात थी और कहां सिपाही बनाने की बात होने लगी। इसको नीतीश कुमार टॉलरेट नहीं कर पा रहे हैं और कुछ भी सोच सकते हैं। जीतन राम मांझी ने कहा कि पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं। एनडीए के घटक दल के रूप में हमने लोकसभा चुनाव में जाने का निर्णय लिया है। हम पार्टी गठबंधन दलों से सम्मानजनक समझौता करेगी। अपने कोर वोटरों वाले निर्वाचन क्षेत्र पर पार्टी मजबूती से दावा पेश करेगी। समय बहुत कम रह गया है इसलिए एक-एक कार्यकर्ता अपने-अपने बूथों पर जुट जाएं।
हमें दलितों, शोषितों, वंचितों की आवाज को उठाना है
मांझी ने कहा कि पार्टी की ताकत कार्यकर्ता होते हैं। हमारी ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में मेरे खिलाफ अनर्गल टिप्पणी की थी। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में हुए विधानसभा चुनाव में मुद्दा बनाया। तीन राज्यों में विपक्षी गठबंधनों की करारी हार हुई। हमें दलितों, शोषितों, वंचितों की आवाज को उठाना है। विपक्षी गठबंधन के अपमान करने वाले मंसूबे को ध्वस्त करना है। राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री डॉ. संतोष कुमार सुमन ने कहा कि यह पार्टी लिए आजमाइश की घड़ी है। लोकसभा चुनाव में गठबंधन दलों से सम्मानजनक समझौता किया जाएगा। मांझी-दलित का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्टी का बिहार समेत देश के अन्य राज्यों में विस्तार हो रहा है। सामने लोकसभा का चुनाव है। हम पार्टी पूरे दमखम के साथ चुनाव में उतरने जा रही है। साथ ही पार्टी ने अपने आगामी कार्यक्रम भी निर्धारित कर दिया है। हम पहाड़ का सीना चीरकर समतल कर देने वाले बाबा दशरथ मांझी के वंशज हैं। चुनौतियों की ऊंचाई नापना, हमने नंगे पांव चलकर सीखा है। इसमें हमारे अस्त्र और शस्त्र कार्यकर्ता हैं।

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