जीतनराम मांझी ने शराबबंदी कानून पर फिर खड़े किए सवाल, बोले- दो पैग से नुकसान नहीं होता
- अगर रात 11बजे के बाद ब्रेथ एनालाइजर से जांच की जाए तो बिहार में 50 फ़ीसदी शराबी मिलेंगे : मांझी
- शराबबंदी कानून में संशोधन की जरूरत, हम लोग सरकार से बात करेंगे
पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने एक बार फिर सीएम नीतीश के शराबबंदी कानून की खिल्ली उड़ाकर बड़ा बयान दिया हैं। जानकारी के अनुसार, सासाराम में पूर्व सीएम सह बिहार विधानसभा अनुसूचित जाति-जनजाति के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने सासाराम मे कहा कि दो पेग शराब पीने से सेहत को नुकसान नहीं होता है। बल्कि सोते वक्त दो पेग शराब पीने से लोग अच्छा महसूस करते हैं। जीतनराम मांझी ने डॉक्टरों को भी कटघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि चिकित्सक भी शराब दवा की तरह पीने की सलाह देते हैं। इसमें बिहार सरकार को संशोधन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून बिहार में लागू है। लेकिन, आज भी शराब की खेप पहुंच रही है। इसमें गरीब अथवा अनुसूचित जाति-जनजाति लोगों पर ही कार्रवाई की जा रही है। जबकि जो बड़े लोग हैं, वे लोग प्रत्येक दिन शराब सेवन करते हैं। यदि रात्रि में तकरीबन ग्यारह बजे तक बड़े लोगों को ब्रेथ एनालाइजर से जांच किया जाएगा तो, पता चल जाएगा। उन्होंने उदाहरण के तौर पर कहा कि जिस क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है, यदि पानी सूखा दिया जाएगा तो उसके आगे पानी जाने का सवाल नहीं। लेकिन यहां पर तो ऐसा नहीं किया जाता। उसी तरह शराब जहां से आता है, वहीं पर नहीं रहेगा तो लोग कहां से सेवन करेंगे। उन्होंने फिर कहा कि शराब कानून में संशोधन की जरूरत है।