पटना के बाज़ारों में आने लगी आमों की खेप, बारिश और महंगाई के कारण 20 रुपए अधिक रहेगा भाव
पटना। इस समय बिहार समेत पूरे देश में भीषण गर्मी पड़ रही है। जहां एक ओर गर्मी का असर आम जनजीवन पर बुरी तरह से पढ़ रहा है वहीं अब गर्मी आते हैं देश में आम का सीजन भी शुरू हो चुका है। लेकिन इस गर्मी के कारण फसलों को नुकसान होने से और देश में लगातार बढ़ रही महंगाई के कारण इस बार आम के स्वाद के लिए भी लोगों को अधिक पैसे खर्च करने होंगे। जानकारी के मुताबिक राजधानी पटना के फल बाजारों में आम की खेप आना शुरू हो चुका है। जानकारी के मुताबिक, दक्षिण भारत से गुलाबखास आम की पेटी ट्रक से आ रहा है। वही तोतापरी और बैंगनपल्ली भी आ रहा है। पर इस बार बाज़ार में आमद कम होने से यह पटना के बाजारों में मात्र 30 टन ही पहुच पाया हैं। वही पिछले साल मार्च में ही गुलाबखास आ गया था लेकिन. इसबार यह करीब एक माह देर से आया है। वही अगर दाम की बात करें तो शुरुआत में पिछले साल थोक भाव 80 से 100 रुपये किलो था लेकिन इस बार 100 से 120 रुपये है।
बारिश नहीं होने से टिकोले बर्बाद हुए, इस साल आम का रहेगा ऊंचा
थोक मंडी बाजार समिति के व्यवसायी बता रहें हैं की इस साल आम का भाव 20 रुपये किलो तेज है। अच्छा आम थोक में 120 रुपये, और खुदरा में 150 रुपये किलो है। बारिश नहीं होने से टिकोले सूख कर गिर रहे हैं। पिछले साल अप्रैल तक आम की आमद 150 टन से अधिक थी, लेकिन इस बार गुलाबखास, तोतापरी और बैंगनपल्ली की कुल आमद 30 टन प्रतिदिन है। यह मामूली है। उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत ही नहीं, बिहार में भी आम कम है। इस साल भाव ऊंचा रहेगा। इसके साथ साथ फलों या अन्य पैदावार का विकास व परिपक्व होना बारिश पर निर्भर होता है। पिछले साल दिसंबर से अप्रैल तक बारिश कई बार हुई इसलिए आम की फसल पहले आ गई। साइज भी बड़ा था। इस बार दिसंबर के बाद अधिकांश जगहों पर बारिश हुई ही नहीं है। तापमान बढऩे से नेक्रोटिक का असर है। इससे आम पर काले धब्बे पड़ जाते हैं। जमीन में नमी कम है। बारिश नहीं हुई तो फल छोटे रह जाएंगे, पेड़ों से अधिक गिरेंगे। इससे पैदावार 15 से 25 प्रतिशत तक कम रह सकती है।