विपक्षी महाबैठक में ममता बनर्जी ने सभी दलों से कहा, देशहित में अपनी अपनी महत्वाकांक्षाओं को छोड़कर एक साथ आगे बढ़े

- बैठक के बाद सभी दल साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को करेंगे संबोधित, विपक्षी मोर्चे के संयोजक बनाए जा सकते हैं नीतीश
पटना। राजधानी पटना में मुख्यमंत्री आवास पर विपक्षी दलों की बैठक जारी है। जानकारी के मुताबिक इस बैठक के खत्म होने के बाद सभी दलों के शीर्ष नेताओं के द्वारा एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बैठक के संबंध में जानकारी दी जाएगी। इसी बीच मुख्यमंत्री आवास पर चल रही बैठक में ममता बनर्जी ने बड़ी बात कहते हुए सभी दलों से आग्रह किया है कि देश हित में सभी दलों के शीर्ष नेताओं को अपनी अपनी महत्वाकांक्षा का त्याग करते हुए साथ आकर देश के लिए काम करना चाहिए जिससे हम इस तानाशाही वाली सरकार को हटा सके। लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के खिलाफ मजबूत मोर्चेबंदी के लिए विपक्षी दलों का पटना में पहली बार महाजुटान हो रहा है। सीएम नीतीश कुमार के आवास पर विपक्ष की बैठक चल रही है। विपक्षी एकता बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, एनसीपी चीफ शरद पवार, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना यूबीटी अध्यक्ष, झामुमो नेता हेमंत सोरेन, टीएमसी चीफ ममता बनर्जी, डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन, आप संयोजक अरविंद केजरीवाल, पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती, वाम लीडर दीपांकर भट्टाचार्य, डी राजा समेत अन्य नेता मौजूद हैं। बैठक में बीजेपी के खिलाफ देशव्यापी गठबंधन पर चर्चा होगी। नीतीश के ‘एक के खिलाफ एक’ फॉर्मूले पर भी मंथन होगा। सीट बंटवारे, गठबंधन का नाम और अन्य मुद्दों पर भी विपक्षी नेता बातचीत करेंगे। सभी नेता अपने-अपने एजेंडे भी मीटिंग में रखेंगे, जिस पर माथापच्ची होने के आसार हैं। बैठक के बाद सभी नेता साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। सूत्रों के मुताबिक ममता बनर्जी ने बैठक में सभी दलों के नेताओं से कहा कि वे अपनी महत्वाकांक्षा छोड़ेंगे तभी बीजेपी से लड़ सकेंगे। ममता बनर्जी ने सभी दलों के नेताओं से अपनी-अपनी महत्वाकांक्षाओं को दरकिनार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि बीजेपी के खिलाफ लड़ना है तो हमें अपनी महत्वाकांक्षाएं छोड़नी होंगी। पटना में चल रही विपक्षी दलों की बैठक के बीच तेलंगाना सीएम केसीआर के बेटे केटीआर दिल्ली पहुंच गए हैं। केटीआर का अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत बीजेपी के अन्य नेताओं से मिलने का प्लान है। केसीआर ने खुद को विपक्षी महाजुटान से अलग रखा हुआ है। केटीआर की दिल्ली यात्रा की टाइमिंग पर सवाल उठ रहे हैं।
बैठक के बाद सीएम नीतीश को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी, विपक्षी मोर्चा के बनाए जा सकते हैं संयोजक
पटना में जारी विपक्ष की बैठक में सीएम नीतीश कुमार को संभावित राष्ट्रीय गठबंधन का संयोजक बनाए जाने पर चर्चा हुई है। सूत्रों के मुताबिक बैठक में नीतीश को संयोजक बनाने का प्रस्ताव लाया गया है। सीएम नीतीश की मुहिम के बाद ही 15 दलों के नेता एकसाथ बैठकर चर्चा कर रहे हैं। हालांकि, इस बैठक में पीएम कैंडिडेट के नाम पर चर्चा नहीं होने के आसार हैं। वही सुभासपा नेता ओपी राजभर ने विपक्षी एकजुटता को अच्छी पहल बताया है। लखनऊ में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि बैठक में जो भी फैसला हो, उसके बाद बसपा और लोकदल जैसे दलों को भी साथ लेकर चलना चाहिए। बता दे की नीतीश के आवास पर चल रही बैठक में 15 दलों के नेता शामिल हैं। एक ही पार्टी से एक से ज्यादा नेता भी बैठक में है। कांग्रेस से मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल हैं। जेडीयू से नीतीश कुमार, ललन सिंह और संजय झा मौजूद हैं। आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान के अलावा संजय सिंह और राघव चड्ढा भी बैठक में हैं। शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के साथ उनके बेटे आदित्य ठाकरे और संजय राउत भी हैं। इसी तरह टीएमसी चीफ ममता बनर्जी के अलावा उनकी ही पार्टी के अभिषेक बनर्जी, डेरेक ओ ब्रायन और एक तीसरे नेता भी शामिल हैं।
विपक्षी एकता बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा
चुनाव के लिए विपक्षी दलों की बैठक सीएम नीतीश कुमार के पटना स्थित आवास पर जारी है। देशभर की 15 पार्टियों के नेता इसमें मौजूद हैं। सूत्रों के मुताबिक बैठक में बीजेपी के खिलाफ गठबंधन के स्वरूप, सीट बंटवारे का फॉर्मूला, साथ लड़ने पर सहमति, दलों और नेताओं की भूमिका, एक के खिलाफ एक को लड़ाने का फॉर्मूला, गठबंधन एवं संयोजक के नाम पर चर्चा हो रही है।
