32वीं न्यायिक सेवा मुख्य परीक्षा का परिणाम जारी, 463 उम्मीदवार सफल
पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा आयोजित 32वीं न्यायिक सेवा मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है। इस परीक्षा में कुल 463 उम्मीदवार सफल हुए हैं। अब इन सफल उम्मीदवारों के लिए इंटरव्यू की तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी, जिसके बाद अंतिम परिणाम जारी किया जाएगा। 32वीं न्यायिक सेवा परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा 4 जून 2023 को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में कुल 17,819 उम्मीदवारों ने भाग लिया था, जिनमें से 1,675 उम्मीदवार प्रारंभिक परीक्षा में सफल हुए थे। इसके बाद, 1489 उम्मीदवारों ने मुख्य परीक्षा दी, जिसमें से 463 उम्मीदवारों ने सफलता प्राप्त की। मुख्य परीक्षा के परिणाम के अनुसार, अनारक्षित कोटे से 185, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से 46, अनुसूचित जाति से 84, अनुसूचित जनजाति से 6, अत्यंत पिछड़ा वर्ग से 88 और पिछड़ा वर्ग से 64 उम्मीदवार सफल हुए हैं। यह विविधता से भरा परिणाम विभिन्न सामाजिक और आर्थिक पृष्ठभूमियों से आने वाले उम्मीदवारों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। अब इस परिणाम के बाद, सफल उम्मीदवारों के लिए इंटरव्यू आयोजित किए जाएंगे। इंटरव्यू की तिथि जल्द ही बीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर घोषित की जाएगी। इस इंटरव्यू में प्रदर्शन के आधार पर ही अंतिम परिणाम तैयार किया जाएगा और बिहार उच्च न्यायालय में सिविल जज और न्यायिक अधिकारी के पदों पर नियुक्ति की जाएगी। इंटरव्यू के लिए बुलाए गए उम्मीदवारों को आवश्यक दस्तावेज और प्रमाणपत्रों के साथ समय पर उपस्थित होना होगा। बीपीएससी द्वारा इंटरव्यू के लिए जारी की जाने वाली निर्देशावली का पालन करना आवश्यक होगा। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे इंटरव्यू के लिए सभी आवश्यक तैयारियां करें, क्योंकि यह चयन प्रक्रिया का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण चरण है। परिणाम जारी होने के बाद, सफल उम्मीदवारों में खुशी की लहर दौड़ गई है। कई उम्मीदवारों ने अपने परिवार और दोस्तों के साथ इस सफलता का जश्न मनाया। वहीं, कुछ उम्मीदवारों ने इसे अपने कठिन परिश्रम और समर्पण का परिणाम बताया है। 32वीं न्यायिक सेवा परीक्षा के इस परिणाम ने बिहार में न्यायिक सेवाओं के लिए नए और प्रतिभाशाली उम्मीदवारों का चयन किया है। यह न केवल उम्मीदवारों के लिए, बल्कि पूरे राज्य के न्यायिक तंत्र के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। अब सभी की निगाहें इंटरव्यू पर हैं, जो उम्मीदवारों के न्यायिक करियर की दिशा तय करेगा। बिहार उच्च न्यायालय में सिविल जज और न्यायिक अधिकारी बनने के सपने को साकार करने के लिए यह अंतिम पड़ाव है।