BIHAR : मंत्री सम्राट चौधरी ने दी महाराष्ट्र और दिल्ली सरकार को चुनौती, कहा- आंकड़ों के आधार पर करे बात
पटना। बिहार सरकार के मंत्री व भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने दिल्ली और महाराष्ट्र सरकार को चुनौती देते हुए आंकड़ों के आधार बात करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि विचारधारा से भटके हुए नेता इस राष्ट्रीय आपदा के समय भी राजनीति से बाज नहीं आते। कोविड से देशभर में कुल तीन लाख पंद्रह हजार मौतें हुई है, जिसमें लगभग एक तिहाई 91341 मौतें सिर्फ महाराष्ट्र में हुई है। ध्यान देने वाली बात है कि महाराष्ट्र में शिव सेना, कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन की सरकार है।
पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि वर्तमान समय में देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। एक ऐसी बीमारी जो पूर्व से नहीं थी, जिसके लक्षण हर दौर में अलग है, जिसे हम वायरल समझते थे वो कब इंसान की जान ले ले, कह नहीं सकते। देश और प्रदेश की सभी सरकारें उपलब्ध संसाधनों के आधार पर अपनी सम्पूर्ण क्षमता का उपयोग इस बीमारी से आम और आवाम की जिंदगी बचाने में कर रही है। लेकिन बड़ा अफसोस तब होता है जब कुछ अपनी विचारधारा से भटके हुए नेता इस राष्ट्रीय आपदा के समय भी राजनीति से बाज नहीं आते। आप जानकर बड़े आश्चर्यचकित होंगे कि कोविड-19 से अब तक देश में कुल तीन लाख पंद्रह हजार मौत हुई है, जिसमें लगभग एक तिहाई 91341 मौत सिर्फ महाराष्ट्र में हुई है। ध्यान देने वाली बात है कि महाराष्ट्र में शिव सेना, कांग्रेस एनसीपी की सरकार है। वहां न तो चुनाव हुए और न ही कुंभ और न ही बीजेपी की सरकार। बड़ा सवाल है कि आखिर इन सब बातो के बावजूद विपक्षियों का टारगेट सिर्फ मोदी क्यूं?
मंत्री ने कहा कि बिहार और महाराष्ट्र की आबादी लगभग बराबर होने के बावजूद बिहार में कुल मौत 4845 है। दिल्ली वाले केजरीवाल अपने इंटरनेशनल मोहल्ला क्लिनिक की चर्चा करते नहीं थकते। दिल्ली की आबादी एक करोड़ नब्बे लाख के करीब है और मौत हुई 23695 यानी की बिहार से 6 गुणा ज्यादा, जबकि आबादी बिहार की आबादी का 16 प्रतिशत। वहीं सबसे बड़ी आबादी वाले प्रदेश उत्तर प्रदेश की आबादी 23 करोड़ 15 लाख के करीब है। वहां भी कुल मृत्यु का आंकड़ा 19899 ही है। महाराष्ट्र और दिल्ली में शहरीकरण ज्यादा है, वहां हेल्थ इंफ्रा बेहतर कहे जाते हैं। उत्तर प्रदेश और बिहार की ग्रामीण आबादी ज्यादा है और हेल्थ इंफ्रा भी अभी डेवलप हो रहा है। बावजूद इसके हम ये नहीं कहना चाहते कि हम पूर्णत: सक्षम हैं। हमारे देश का हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर इस आपदा के लिए तैयार नहीं था फिर भी आप मृत्यु के आंकड़ों से समझ सकते हैं कि कौन सी सरकार कितनी संवेदनशील है। विपक्षी नेताओं पर हमला बोलते हुए मंत्री ने कहा कि भाजपा विरोधियों थोड़ा संयम रख लो, बहुत अवसर मिलेगा विरोध करने का। अभी तो देशवासियों की सेवा कर लो। अपनी सरकार के सद्प्रयासों से कदम ताल कर लो।