पटना के सकरैचा में आम के बाग में रखवाली कर रहे महादलित को रॉड व ईंट से कूचकर मार डाला

फुलवारी शरीफ (अजीत)। राजधानी पटना में अपराधी वारदातें बेलगाम हो गई हैं , लॉकडाउन में भी रोजाना हत्या की घटनाएं आम हो गई हैं। रविवार की सुबह सकरैचा में आम के बगीचे की रखवाली कर रहे सकरैचा निवासी महादलित मुसहर परिवार के रामबचन मांझी 60 वर्ष की लोहे के रॉड, ईंट व पत्थर से कुचल कर हत्या की गई व लाश फेंक दी गई, जिसे देखकर सनसनी फैल गई। वहीं मौका ए वारदात पर सैंकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ हंगामा किया। इधर मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया है। परिजन शव के पास ही रोते बिलखते रहे। वहीं देर से पहुंचने पर परसा बाजार थाना पुलिस को आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर खरी खोटी सुनाई।

वहीं घटनास्थल पर भाकपा माले विधायक फुलवारीशरीफ गोपाल रविदास ने पहुंच कर ₹10 लाख मुआवजा व हत्यारों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। हत्या के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने तीन घंटे तक लाश को रोके रखा। विधायक गोपाल रविदास व स्थानीय मुखिया संतोष कुमार ने आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराया। ग्रामीणों ने विधायक के सामने पुलिस की कार्यशैली की जमकर शिकायत करते हुए कहा कि सूचना देने के बावजूद पुलिस घंटों बाद पहुंचती है। मृतक के शव के पास ही खून लगा लोहे का रॉड व ईंट के टुकड़े पड़े मिले हैं । घटना से इलाके में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।
जानकारी के मुताबिक सकरैचा गांव थाना परसा बाजार, प्रखंड फुलवारीशरीफ के महादलित परिवार मुसहर समुदाय के गरीब राम वचन मांझी 60 वर्ष जो गांव के ही सर्वानंद सिंह के पुनपुन नदी के किनारे स्थित आम के बगीचा सकरैचा में रखवाली का काम करते थे । रविवार की सुबह चार बजे आम की रखवाली करने गए थे । बगल के आम के बागीचा जिसके मालिक सुरेश सिंह है उनके आम के पेड़ के जड़ी के पास सर रखकर पत्थर से कुचल- कुचल कर हत्या कर दी गई । सुबह में ग्रामीण जब पुनपुन नदी के किनारे शौच करने गए तो देखा कि रामबचन मांझी गिरे हुए हैं । उनके नजदीक जाने पर ग्रामीणों ने देखा कि उनका सर कूच दिया गया है और काफी मात्रा में खून बिखड़ा पड़ा था। बगल में एक बड़ा पत्थर रखा था जिसपर रामबचन मांझी के सर को रखकर कूच कुच हत्या की गई थी। घटनास्थल पर मरे पड़े रामवचन मांझी के बारे में सूचना ग्रामीणों ने पूरे गांवों व उनके परिवार को दी । इसके बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया। वहीं पीड़ित परिवार सहित भारी संख्या में सकरैचा के ग्रामीण लाश को घेर कर मुआवजा की मांग करने लगे । ग्रामीणों का आरोप है कि तत्कालीन परसा बाजार थाना को सूचना दी गई तब कई घंटों के बाद परसा बाजार थाना पहुंची जिससे ग्रामीणों का आक्रोश चरम पर था ।
वहीं स्थानीय विधायक गोपाल रविदास फुलवारीशरीफ को घटना की सूचना मिली वहां पहुंचे और घटना के संदर्भ में पटना डीएम ,अनुमंडलाधिकारी और प्रखंड विकास अधिकारी फुलवारीशरीफ को बताया । विधायक ने जिलाधिकारी से मृतक परिवार को ₹10 लाख मुआवजा और 6 महीने मुफ्त राशन की मांग की । जिलाधिकारी ने स्थानीय विधायक को आश्वासन दिया कि जो सरकार का नियमानुसार मृत्यु उपरांत सरकारी मुआवजा देने की है, उसे दिया जाएगा और हत्याकांड में शामिल अपराधियों की पहचान कर वह विधि सम्मत कार्रवाई होगा । जिलाधिकारी ने विधायक औऱ स्थानीय मुखिया को आश्वासन दिया है मृतक परिवार जो अनुसूचित जाति का है उसे कल्याण विभाग से विशेष सहायता दिलवाई जाएगी । इसके अलावा प्रखंड विकास पदाधिकारी मृतक के आश्रित के खाते में 20,000 चेक के बतौर डाल देंगे । सहायता के सरकारी आश्वासन मिलने पर विधायक व मुखिया ने पीड़ित परिवार सहित आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराया । इसके बाद वही मौके पर ही एफआईआर की गई ।
ग्रामीणों ने बताया कि रामबचन मांझी ग्राम सकरैचा अपने गांव के शर्मा नंद सिंह का लंबे समय से कामकाज कर रहे थे । हत्या के बाद पटना में रह रहे सर्वानन्द नंद सिंह को इसकी सूचना दी गई लेकिन उन्होंने कोई नोटिस लेना भी उचित नहीं समझा ।
हत्या की वारदात के बाद घटनास्थल पर भाकपा माले के प्रखंड सचिव गुरुदेव दास , इंकलाबी नौजवान सभा के पटना जिला अध्यक्ष साधु शरण प्रसाद प्रसाद ,भाकपा माले के वरिष्ठ नेता शरीफा मांझी ,ललन पासवान ,संजय ठाकुर , राजद के दिलीप यादव ,संजय जाधव तथा सकरैचा पंचायत के मुखिया संतोष सिंह उपस्थित थे ।
वहीं प्रशासन ने तत्काल ही गरीब मृतक परिवार को दो क्विंटल अनाज दिया व सकरैचा पंचायत के मुखिया संतोष सिंह ने 3000 की राशि कबीर अंत्येष्टि के तहत दी। विधायक ने थाना अध्यक्ष को मृतक के हत्या में शामिल तमाम अपराधियों को गिरफ्तार करने के साथ ही पुनपुन बांध से लेकर सकरैचा तक पुलिस गश्त तेज करने की मांग भी की है ।