अश्विनी चौबे पर मदन सहनी का पलटवार, कहा- वे ना सांसद हैं और ना मंत्री, उनके कहने से कुछ नहीं होता

पटना। शनिवार को जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली रवाना हो गए हैं। इस बैठक में भाग लेने के लिए जनता दल यूनाइटेड के नेताओं का दिल्ली जाना शुरू हो चुका है। इसी क्रम में मंत्री मदन सहनी ने दिल्ली रवाना होने से पहले पत्रकारों से बातचीत में भाजपा नेता अश्विनी चौबे के बयान पर कड़ा पलटवार किया है। अश्विनी चौबे ने कहा था कि 2025 में भारतीय जनता पार्टी का मुख्यमंत्री होना चाहिए। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मदन सहनी ने कहा, “वह ना तो सांसद हैं और ना ही मंत्री। एक आदमी के कहने से कुछ नहीं होता है। पार्टी निर्णय लेती है और ये सब बातें एनडीए गठबंधन के अंदर होती हैं। ऐसे बोलने से कोई फायदा नहीं है। सहनी ने कहा कि बैठक में कई बड़े निर्णय लिए जाएंगे, जिनकी जानकारी बैठक के बाद दी जाएगी। उन्होंने कहा, “लोकसभा चुनाव के बाद हमारी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक है। निश्चित तौर पर पार्टी के संगठन को लेकर कई निर्णय लेने हैं और इन निर्णयों की चर्चा इस बैठक में होनी है। बैठक में क्या कुछ होगा, वह बैठक के बाद ही हम आपको बताएंगे। फिलहाल, बैठक में भाग लेने के लिए हमारे राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सदस्य दिल्ली जा रहे हैं। भाजपा नेता अश्विनी चौबे के बयान के बाद बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। चौबे ने कहा था कि इस बार बिहार में एनडीए बीजेपी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा और एनडीए की सरकार बिहार में बननी चाहिए। उन्होंने कहा, “हम नीतीश को साथ लेकर चल रहे थे, आज भी चल रहे हैं और आगे भी चलेंगे। अश्विनी चौबे के बयान पर मदन सहनी की तीखी प्रतिक्रिया ने बिहार की राजनीति में नई बहस को जन्म दिया है। एनडीए गठबंधन के भीतर यह बयानबाजी आगामी चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीतियों को स्पष्ट करती है। मदन सहनी ने अपने बयान से यह स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी के निर्णय सामूहिक रूप से लिए जाते हैं और किसी एक व्यक्ति के बयान से कोई फर्क नहीं पड़ता। वहीं, अश्विनी चौबे के बयान ने एनडीए के भीतर संभावित नेतृत्व के सवालों को फिर से चर्चा में ला दिया है।

You may have missed