बिहार में निर्माण के नाम पर हुई लूट, डिके और एनके टैक्स से मालामाल हुए लोग : तेजस्वी यादव

पटना। बिहार में निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार को लेकर विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर तीखा हमला बोला है। किशनगंज जिले में सीएम नीतीश कुमार की “प्रगति यात्रा” के दौरान वायरल हुई एक तस्वीर को लेकर तेजस्वी ने सरकार की कथित विकास योजनाओं को “दिखावटी” करार दिया है। इस तस्वीर में मुख्यमंत्री एक सफेद पर्दा हटाकर अधूरे पुल का निरीक्षण करते नजर आ रहे हैं। इसे लेकर तेजस्वी ने नीतीश सरकार की कार्यशैली और ईमानदारी पर सवाल उठाए हैं।
अधूरे विकास कार्यों पर हमला
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर सीएम नीतीश कुमार की तस्वीर साझा करते हुए इसे “प्रगति सह दुर्गति यात्रा” करार दिया। उन्होंने कहा कि 20 वर्षों से मुख्यमंत्री रहने के बावजूद नीतीश कुमार अधूरे निर्माण कार्यों को देखने में व्यस्त हैं। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बिहार में “डीके टैक्स” और “एनके टैक्स” जैसे संगठित भ्रष्टाचार के जरिए हजारों करोड़ रुपये की लूट की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में 5000 से अधिक पुल और पुलिया केवल कागजों पर बनाए गए हैं, जिनका कोई “पहुँच पथ” नहीं है।
भ्रष्टाचार के आरोप, विकास की हकीकत
राजद नेता ने दावा किया कि निर्माण कार्यों के लिए जल्दबाजी में टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाती है और बारिश-बाढ़ के सीजन में अधूरे पुल ढह जाते हैं। इसके बाद इन्हें “फ्लड डैमेज्ड” के नाम पर फिर से टेंडर प्रक्रिया में डाल दिया जाता है, जिससे बड़े पैमाने पर धन की हेराफेरी की जाती है। तेजस्वी ने इसे सरकारी तंत्र द्वारा संगठित लूट का हिस्सा बताया और कहा कि इसका लाभ उठाने वाले “डीके” और “एनके” जैसे व्यक्तियों के इशारे पर यह सब हो रहा है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में कई पुल और सड़कें केवल कागजों में बनती हैं। उन्होंने सरकार पर दिखावटी विकास का आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार पुल खेतों के बीच बनाकर अधूरे छोड़ दिए जाते हैं। इसके अलावा, उन्होंने दावा किया कि सरकार केवल टेंडर जारी कर धन का बंदरबांट करती है और जनता को लूट का शिकार बनाया जाता है।
नीतीश सरकार पर तीखा कटाक्ष
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा को “दिखावटी” बताते हुए कहा कि यह केवल जनता को भ्रमित करने का तरीका है। उन्होंने सरकार से जवाब मांगा कि अधूरे विकास कार्यों के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जाती। तेजस्वी यादव के इस बयान ने बिहार में विकास कार्यों पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह आरोप न केवल सरकार की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा करते हैं बल्कि भ्रष्टाचार पर गंभीर चर्चा की मांग भी करते हैं। बिहार की जनता इस मुद्दे पर सरकार से जवाबदेही की उम्मीद कर रही है।

You may have missed