सीतामढ़ी : ग्रामीणों ने शराब तस्कर को रंगे हाथ पकड़ा, फेरी के आड़ में करता था शराब की तस्करी
सीतामढ़ी। बिहार के सीतामढ़ी जिले की पुलिस शराब कारोबारियों को पकड़ने में सुस्ती दिखा रही है। हालात यह है कि शराब पकड़े जाने के बावजूद पुलिस उसे नजरअंदाज कर देती है। वही ग्रामीणों ने बताया की शराब कारोबारी को रंगे हाथ पकड़ने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। परन्तु पुलिस को सूचना देने के घंटों बाद घटनास्थल पर पुलिस नहीं पहुंच सकी। वही जिसके बाद शराब कारोबारी अपने समर्थकों को बुलाकर शोर-शराबा करते हुए फरार हो गया। बता दे की घटना नानपुर थाना क्षेत्र के नानपुर उतरी गांव वार्ड नंबर 5 की है। जहां स्थानीय कुछ लोगों के द्वारा बाइक पर लदे शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई थी। वही इसकी सूचना स्थानीय थाना पुलिस के अलावा DSP पुपरी को दिया गया। वही सूचना मिलने के बावजूद पुलिस ने कारवाई करने के बजाए नजरअंदाज कर दिया। वही स्थानीय लोगों के द्वारा पकड़े गए शराब कारोबारी को उसके परिजन काफी शोर-शराबा कर छुड़ा कर ले गए, लेकिन घटनास्थल पर पुलिस नही पहुंची। वही ग्रामीणों ने बताया की पुलिस सूचना के बाद करीब दो घंटे लेट पहुंची। वही तब तक शराब कारोबारी फरार हो गया था। वही पुलिस आरोपी को पकड़ने के बजाय युवक से ही बकझक करने लगी कि पकड़कर क्यों नहीं रखा। वही शराब कारोबारी किराना आइटम का फेरी का काम करता है। और उसी फेरी के आड़ में बोरे में लादकर शाम को शराब की डिलीवरी भी करता है। जिसको स्थानीय लोगों के द्वारा बुधवार की रात रंगे हाथ पकड़ लिया गया।
वही इस संबंध में पुपरी DSP को सूचना दी गई।
वही सूचना के बावजूद पुलिस नहीं पहुंची। जिसके बाद शराब कारोबारी के परिजन शोर-शराबा और हंगामा कर आरोपी को छुड़ाकर कर ले गए। वही इस संबंध में पुपरी DSP से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि थाना को इसकी सूचना दे दिया गया था। थाना पुलिस गई होगी। वही नानपुर थाना अध्यक्ष राकेश रंजन ने बताया कि DSP साहब के द्वारा उन्हें सूचना मिली थी। जिसके आधार पर गश्ती दल को उन्होंने भेजा था। तब तक सभी फरार हो गए थे। वही इस संबंध में BJP के जिला प्रवक्ता आग्नेय कुमार ने कहा कि पुलिस भी अब सरकार की तरह सुस्त हो चुकी है। जैसे लोगों के साथ सरकार बनी है। उसी तरीके का पुलिस प्रशासन भी अपना कर्तव्य दिखा रही है। शराब बंदी कानून को भी कुछ दिनों में ध्वस्त होने की सूचना मिल जाएगी।