PATNA : राहुल गांधी के समर्थन में राज्यपाल को सौंपा मांग पत्र, मदन मोहन बोले- निरंकुश सत्ता को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाएगी कांग्रेस
पटना। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व राहुल गांधी से लगातार पूछताछ कर परेशान किये जाने से पार्टी कार्यकर्ताओं में केंद्रीय सत्ता के खिलाफ जबरदस्त रोष देखा जा रहा है। चरणबद्ध तरीके से लगातार बिहार कांग्रेस अपना विरोध दर्ज करा रही है। इसी के तहत गुरूवार को राजभवन के सामने बड़ी संख्या में जुटकर कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और ईडी के रवैये के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद राज्यपाल से मिलकर मांग पत्र भी सौंपा। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्तचरण दास व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा कर रहे थे। बड़ी संख्या में जुटे कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के खिलाफ केंद्र सरकार की साजिश बताते हुए हालिया घटनाक्रम को लोकतंत्र का गला घोंटना बताया।
केंद्र एजेंसियों को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही
विरोध प्रदर्शन के बाद राज्यपाल को मांग पत्र सौंप कर बाहर निकले बिहार प्रभारी भक्तचरण दास ने कहा कि केंद्र की सरकार ने लोकतांत्रिक मूल्यों का गला घोंट दिया है और केवल राजनीतिक द्वेष में रोज नए प्रपंच रचकर कांग्रेस और उसके सर्वोच्च नेताओं को परेशान कर रही है। केंद्र सरकार देश के नियामक एजेंसियों को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है। भारतीय राजनीति के इस काले अध्याय को भाजपा राष्ट्रभक्ति का चोला ओढ़ाकर कुकर्म को छिपाना चाह रही है।
जरूरत पड़ेगी तो पीएम आवास का करेंगे घेराव
वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन ने कहा कि हम कांग्रेसजन अहिंसात्मक तरीके से अपनी बातों को रख रहे हैं और लगातार केंद्रीय सत्ता द्वारा हमारे नेताओं को लक्षित कर किए जा रहे दमनकारी कार्रवाईयों से हम डरने वाले नहीं है। आजादी के लड़ाई में अहम योगदान देने वाले अखबार के संचालक कंपनी को लेकर कांग्रेस को बदनाम करने की लगातार साजिशें चल रही है। कहा कि जरूरत पड़ेगी तो कांग्रेस कार्यकर्ता प्रधानमंत्री आवास का घेराव करेगा और केंद्र सरकार को लोकतांत्रिक मूल्यों का बोध कराएगा।
इन्होंने सौंपा राज्यपाल को मेमोरेंडम
राज्यपाल से मिलकर मेमोरेंडम देने वाले प्रमुख लोगों में भक्तचरण दास, डॉ. मदन मोहन झा, विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा, राज्यसभा सांसद डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी, श्याम सुंदर सिंह धीरज, महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमिता भूषण और पूर्व मंत्री डॉ. ज्योति शामिल थे।
मार्च में ये नेता रहे शामिल
वहीं राजभवन मार्च में डॉ. समीर कुमार सिंह, मिडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, विधायक राजेश कुमार, अफाक आलम, प्रतिमा कुमारी दास, सिद्धार्थ सौरभ, विजेंद्र चौधरी, नीतू सिंह, आनंद शंकर, सदस्यता प्रभारी ब्रजेश प्रसाद मुनन, ब्रजेश पांडेय, रविन्द्र नाथ मिश्रा, पूर्व विधायक गजानंद शाही, मनोज कुमार सिंह, डॉ. अजय कुमार सिंह, बंटी चौधरी, सरबत जहां फातमा, नागेन्द्र कुमार विकल, चन्द्र प्रकाश सिंह, गुंजन पटेल, कमल देव नारायण शुक्ला, शशिकांत तिवारी, अरविंद लाल रजक, सिद्धार्थ क्षत्रिय, मृणाल अनामय, वेंकटेश रमण, सुधा मिश्रा, किशोर कुमार झा, अभिषेक सिंह, विनोद पाठक, असफर अहमद, ब्रज किशोर कुशवाहा, अखिलेश्वर सिंह, सिसिल शाह, मनोज सिन्हा, राजेंद्र चौधरी, सूर्यमणि सिंह, उदय शंकर पटेल, अजय सिंह, धनंजय शर्मा, संतोष श्रीवास्तव, मोहम्मद सोएब, निधि पाण्डेय, अश्विनी कुमार, सौरभ सिन्हा, मंजीत आनंद साहू सहित सैंकड़ों नेता शामिल रहे।