मोदी सरकार ने मुसलमानों के हित में बनाया अहम कानून, अल्पसंख्यक समुदाय को लगातार भड़का रहा विपक्ष: चिराग पासवान

पटना। सरकार द्वारा वक्फ संशोधन बिल को संसद के दोनों सदनों से पारित किए जाने के बाद देशभर में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस बिल को लेकर विपक्ष ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है और बिहार में एनडीए के कुछ सहयोगी दल भी सवालों के घेरे में आ गए हैं। ऐसे माहौल में केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला है।
विपक्ष पर जनता को गुमराह करने का आरोप
दिल्ली से पटना लौटने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि मोदी सरकार जब भी कोई अहम कानून लाती है, विपक्ष बिना वजह का हंगामा खड़ा कर देता है। उन्होंने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे लगातार जनता को भ्रमित करने और विशेष रूप से अल्पसंख्यक समुदाय को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। चिराग ने कहा कि विपक्ष का उद्देश्य लोगों को सच्चाई से दूर रखना है।
सीएए का उदाहरण देते हुए विपक्ष को घेरा
चिराग पासवान ने कहा कि जब नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लाया गया था, तब भी विपक्ष ने अल्पसंख्यकों को भड़काने की कोशिश की थी। लेकिन समय बीतने के साथ सच्चाई सामने आ गई और जनता ने कानून को समझ लिया। उन्होंने विश्वास जताया कि वक्फ संशोधन बिल के साथ भी यही होगा। धीरे-धीरे लोग इसकी सही मंशा को समझेंगे और विपक्ष की साजिश नाकाम होगी।
एनडीए सरकार का मुसलमानों के प्रति रुख
चिराग पासवान ने जोर देकर कहा कि एनडीए सरकार के पिछले 11 वर्षों में मुस्लिम समुदाय के साथ कोई अन्याय नहीं हुआ है। बल्कि सरकार ने उनकी भलाई के लिए कई जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं, जिनका लाभ मुस्लिम समुदाय को भी मिला है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी वर्गों के विकास के लिए काम कर रही है और किसी के साथ भेदभाव नहीं किया गया है।
पार्टी के भीतर उठ रही असहमति पर प्रतिक्रिया
वक्फ संशोधन बिल को लेकर पार्टी के भीतर असहमति की खबरों पर चिराग ने कहा कि जो लोग नाराज हैं, उनकी भावनाओं का सम्मान किया जाएगा। उन्होंने याद दिलाया कि 2014 में जब उनके पिता रामविलास पासवान ने यूपीए छोड़कर एनडीए का साथ दिया था, तब भी आलोचना झेलनी पड़ी थी। बावजूद इसके, उनके पिता ने 2005 में एक मुस्लिम नेता को मुख्यमंत्री बनाने की वकालत की थी, जो उनके सामाजिक न्याय के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
पिता की सोच को आगे बढ़ाने का संकल्प
चिराग पासवान ने कहा कि वे अपने पिता रामविलास पासवान के विचारों और सिद्धांतों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने मुसलमान समाज से भावुक अपील करते हुए कहा कि उनकी नाराजगी वे सिर आंखों पर लेते हैं, लेकिन उनका समर्पण सच्चे दिल से है। चिराग ने कहा कि उनके रगों में उनके पिता का ही खून और संस्कार हैं और वे पूरी ईमानदारी से सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे।
समय बताएगा फैसलों का असर
चिराग पासवान ने भरोसा जताया कि समय ही तय करेगा कि उनके द्वारा लिए गए फैसले मुसलमान समाज के हक में थे या नहीं। उन्होंने कहा कि उनका समर्पण केवल अल्पसंख्यक वर्ग के लिए नहीं, बल्कि उनके पिता के विचारों के प्रति भी है, और वे उसी रास्ते पर आगे बढ़ते रहेंगे।
