November 22, 2024

पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों पर कई जगह लाठीचार्ज, गांधी मैदान के पास तिरंगा लेकर पहुंचे 2000 अभ्यर्थी, पुलिस ने खदेड़ा

  • डोमिसाइल नीति के विरोध में पटना की सड़कों पर उतरे शिक्षक अभ्यर्थी, जिला प्रशासन ने गांधी मैदान के सभी गेट किए बंद

पटना। बिहार की नीतीश सरकार द्वारा डोमिसाइल नीति समाप्त करने के फैसले के खिलाफ शनिवार को राज्य भर से जुटे हजारों शिक्षक अभ्यर्थियों ने पटना में विरोध प्रदर्शन शुरू किया। बीटेट-सीटेट सफल अभ्यर्थियों द्वारा नीतीश सरकार से मांग की गई है कि राज्य में डोमिसाइल नीति की पूर्ववत व्यवस्था लागू की जाए। यानी दूसरे राज्य के लोगों को आवेदन करने की छूट नहीं होनी चाहिए। अपनी मांगों को लेकर अभ्यर्थियों द्वारा राजभवन मार्च करने की घोषणा की गई है। इसके लिए बड़ी संख्या में शिक्षक अभ्यर्थियों का जुटान गांधी मैदान में हो रहा है। वहीं जिला प्रशासन ने शिक्षक अभ्यर्थियों के विरोध को देखते हुए गांधी मैदान के सभी गेटों पर ताला जड़ दिया है। बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। अभ्यर्थियों द्वारा गांधी मैदान से डाक बंगला चौराहा होते हुए राजभवन तक मार्च करने की योजना है। लेकिन प्रशासन की ओर से इसे रोकने के लिए सड़क पर बड़ी संख्या में पुलिसबल को तैनात किया गया है। बिहार में 1.70 लाख शिक्षकों की होने वाली भर्ती में दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों को मौका देने के बाद से बवाल मचा हुआ है। बिहार के शिक्षक अभ्यर्थी लगातार नियमावली में संशोधन का विरोध कर रहे हैं। पटना में शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति लागू कराने की मांग को लेकर अभ्यर्थी सड़क पर उतर गए हैं। शनिवार की सुबह 2000 से अधिक की संख्या में अभ्यर्थी सबसे पहले गांधी मैदान में इकट्‌ठा हुए। फिर हाथों में तिरंगा लिए पैदल मार्च किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें जेपी गोलंबर के बाद रोक दिया। पुलिस ने पहले से बैरिकेडिंग कर रखी थी। ताकि अभ्यर्थियों को इससे आगे बढ़ने नहीं दिया जाए। फिर हल्का बल प्रयोग कर सभी को पीछे खदेड़ दिया। फिर सेंट जेवियर स्कूल गांधी मैदान के पास लाठी चार्ज किया गया। अभ्यर्थी सरकार के खिलाफ लगातार नारेबाजी कर रहे हैं। साथ ही शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं।

अभ्यर्थियों की मांग है कि डोमिसाइल नीति को फिर से लागू किया जाए। इधर शिक्षा विभाग ने भी प्रदर्शन को देखते हुए आदेश जारी किया है कि नई शिक्षा नियमावली का विरोध करने वालों के खिलाफ आचार संहिता के तहत कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले शिक्षक अभ्यर्थियों ने सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। जो कि कल पूरा हो गया था। हालांकि सरकार की ओर से अभी तक कोई भी जवाब नहीं मिला है। इसके साथ ही शिक्षक अभ्यर्थियों ने यह मांग की है कि शिक्षा मंत्री को शिक्षा विभाग से हटाकर पशुपालन विभाग दे देना चाहिए। शिक्षक अभ्यर्थी अभिषेक झा ने कहा कि सरकार को हमने 72 घंटे का समय दिया था, लेकिन हमारी बात नहीं मानी गई। आज से गांधी मैदान से आंदोलन की शुरुआत हो गई। सीएम नीतीश कुमार को डोमिसाइल नीति लागू करना पड़ेगा। दिलीप कुमार ने आगे कहा कि अगर शिक्षा मंत्री को लगता है कि योग्य शिक्षक की बहाली के लिए वैकेंसी को नेशनल करना होगा। तो वह आगे कहेंगे कि वैकेंसी को इंटरनेशनल ही कर दिया जाना चाहिए। ताकि ब्रिटेन और अमेरिका के लोग भी यहां आकर शिक्षक बन सकेंगे। शिक्षा मंत्री अगर बिहार में निकलेंगे तो उन्हें योग्य अभ्यर्थी नजर आ जाएंगे। क्योंकि देश और दुनिया में हर जगह शिक्षा के क्षेत्र में बिहारियों का डंका बज रहा है। यूपीएससी और इंजीनियरिंग में बिहार के छात्र लगातार अपना परचम फहराते रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि संशोधन को समाप्त करते हुए बहाली प्रक्रिया में डोमिसाइल पॉलिसी लागू की जाए।

शिक्षा मंत्री ने गुणवत्ता बढ़ने की कही थी बात
शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने कहा था की ये देश हित के लिए किया गया है। शिक्षक नियुक्ति में देश के विभिन्न राज्यों के टैलेंटेड और बेरोजगार भाग लेंगे। हमें अंग्रेजी, गणित, फिजिक्स के योग्य शिक्षक नहीं मिल पा रहे थे। इसलिए संशोधन किया गया है। पहले विज्ञान ब्लॉक में रिक्तियां रह जाती थीं। बिहार में 6 हजार रिक्ति को लेकर वैकेंसी आई, लेकिन मात्र 369 लोग आ पाए। बिहार के बाहरी युवाओं को मौका मिलने से बिहार की शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी। खासकर साइंस और अंग्रेजी को लेकर जो समस्याएं आती थी वो दूर होंगी।
11 जुलाई को बिहार विधानसभा का घेराव करेंगे शिक्षक
सरकार उनका रोजगार छीनकर दूसरे प्रदेश के लोगों को रोजगार का अवसर दे रही है, जो कहीं से उचित नहीं है। इसी को लेकर बिहार के लाखों शिक्षक 11 जुलाई को बिहार विधानसभा का घेराव करेंगे। 12 जुलाई को पटना में बिहार के तमाम विधायकों के आवास का घेराव करते हुए अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपेंगे, जिससे उनके क्षेत्र के विधायक उनकी मांगों को विधानसभा में रख सकें। इधर, नौ जुलाई को पटना में मोर्चे की बैठक होगी। बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चा के संरक्षक और पालीगंज से भाकपा माले के विधायक संदीप सौरभ ने बताया की बीपीएससी से शिक्षकों की बहाली को लेकर दिन प्रतिदिन गतिरोध की स्थिति उत्पन्न हो रही है।

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