February 24, 2025

पीएम के दौरे पर लालू का हमला, कहा- केवल जुमले की बरसात होगी, तेजस्वी ने भी कसा तंज़

पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उन पर तीखा हमला बोला है। लालू यादव ने कहा कि पीएम मोदी के बिहार आने का अर्थ है झूठे वादों और जुमलों की बरसात। उन्होंने आरोप लगाया कि चूंकि यह चुनावी वर्ष है, इसलिए लोगों को भ्रमित करने के लिए केंद्र की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया जा रहा है, लेकिन वास्तव में बिहार के लोगों को इसका कोई लाभ नहीं मिलेगा। उनका मानना है कि केंद्र सरकार की नीतियां सिर्फ दिखावटी हैं और उनका मकसद सिर्फ वोट हासिल करना है। तेजस्वी यादव ने भी प्रधानमंत्री की यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि जब भी बिहार में चुनाव नजदीक आते हैं, तब प्रधानमंत्री को बिहार और बिहारियों की याद आती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली का चुनाव समाप्त हो चुका है और अब बिहार में चुनाव होने वाले हैं, इसलिए बड़े नेता यहां दौरे पर आ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री सिर्फ जुमलेबाजी करते हैं और बिहार के लोगों को ठगने का काम करते हैं। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि पीएम मोदी चुनावी वर्ष में बिहार आकर लिट्टी चोखा खाएंगे, मधुबनी पेंटिंग देखेंगे और धार्मिक स्थलों की याद करेंगे, लेकिन हकीकत में बिहार की जनता के लिए कुछ भी ठोस नहीं करेंगे। तेजस्वी यादव ने बिहार की बदहाल स्थिति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बिहार ने बीस वर्षों तक डबल इंजन की सरकार को झेला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 वर्षों से केंद्र में सत्ता में हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीस वर्षों से शासन में हैं, लेकिन इसके बावजूद बिहार कई महत्वपूर्ण मामलों में पिछड़ा हुआ है। साक्षरता दर के मामले में बिहार सबसे पीछे है, प्रति व्यक्ति आय और निवेश के मामले में भी बिहार की स्थिति खराब है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी और गरीबी के आंकड़ों में बिहार शीर्ष पर है और किसान आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने उनके लिए कुछ भी नहीं किया। तेजस्वी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने पिछले चुनाव में चंपारण जाकर चीनी मिलों को पुनः चालू करने का वादा किया था और कहा था कि अगली बार वे वहीं की चाय पिएंगे, लेकिन आज तक इस दिशा में कोई काम नहीं हुआ। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा घोषित सवा लाख करोड़ के पैकेज पर भी सवाल उठाया और पूछा कि इस वादे का क्या हुआ? उन्होंने कहा कि जब भी चुनाव आता है, तब प्रधानमंत्री को बिहार की याद आती है, लेकिन चुनाव समाप्त होते ही बिहार फिर से उपेक्षित हो जाता है। पलायन की समस्या पर भी उन्होंने सवाल उठाते हुए पूछा कि इस मुद्दे को हल करने के लिए अब तक क्या ठोस कदम उठाए गए हैं। तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री की यात्रा को चुनाव प्रबंधन का हिस्सा बताया और कहा कि यह सिर्फ जनता को भ्रमित करने के लिए की जा रही है। उन्होंने कहा कि पहले किए गए वादों का कोई हिसाब-किताब नहीं दिया जा रहा है, बल्कि सिर्फ नई घोषणाओं और जुमलों के सहारे चुनावी माहौल तैयार किया जा रहा है। उनका आरोप है कि बिहार को सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है और जब तक वास्तविक विकास की नीतियां नहीं बनाई जातीं, तब तक बिहार की जनता के हालात नहीं बदलेंगे।

 

You may have missed